पीलीभीत: जिला पंचायत बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच  43.79 करोड़ का बजट पास, बैठक से नदारद रहे कई अफसर, निंदा प्रस्ताव पारित

पीलीभीत: जिला पंचायत बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच  43.79 करोड़ का बजट पास, बैठक से नदारद रहे कई अफसर, निंदा प्रस्ताव पारित

पीलीभीत, अमृत विचार: जिला पंचायत बोर्ड बैठक में समस्याओं का निस्तारण न कराने पर सदस्यों ने कुछ अफसरों की जमकर क्लास ली। पेड़ों के कटान संबंधी परमिट को लेकर एक सदस्य और जिला उद्यान अधिकारी के बीच मामूली नोकझोंक भी हो गई। बैठक में अधिकांश अफसरों के मौजूद न रहने पर भी सदस्यों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई और निंदा प्रस्ताव पारित किए।

इससे पूर्व आगामी वित्तीय वर्ष के लिए 43.79 करोड़ का बजट पारित किया गया।जिला पंचायत सभागार में बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. दलजीत कौर की अध्यक्षता बोर्ड की बैठक शुरू हुई। अपर मुख्य अधिकारी हरमीक सिंह ने पिछली बैठक की कार्रवाई की पुष्टि की। बैठक में जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि संजय खान ने अफसरों द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद भी आबादी के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन न हटाने पर खासी नाराजगी जताई।

कहा कि यदि जल्द ही हाईटेंशन नहीं हटी तो अधिशासी अभियंता कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। सदस्य असलम जावेद ने बीएसए के पिछली बैठक में अनुपस्थित रहने पर की गई कार्रवाई से अवगत कराने को कहा। सदस्यों का कहना था कि पिछली बैठक में बेसिक शिक्षा विभाग का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। इस पर बीएसए ने सफाई देते हुए कहा कि वे उस दिन हाईकोर्ट गए हुए थे।

प्रतिनिधि के तौर पर खंड शिक्षा अधिकारी को भेजा गया था। सदस्य मोहम्मद मियां ने एक दिव्यांग का अंत्योदय कार्ड निरस्त होने पर जिला पूर्ति अधिकारी से कार्ड निरस्त होने का कारण पूछा। जिस पर उन्होंने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने पौधारोपण को लेकर बजट पास करने पर सवाल खड़े किए।

कहा कि जब पौधरोपण की पौध सदस्यों को दी जाती तो बजट क्यों पास कराया जाए। सदस्य रत्नेश गंगवार ने पेड़ों के कटान संबंधी परमिट के बारे में जिला उद्यान अधिकारी से जानकारी चाही। इस पर तो जिला उद्यान अधिकारी कुछ नहीं बोले, लेकिन उन्होंने अपने ऊपर शासन स्तर पर चल रही निलंबन की कार्रवाई का जिक्र शुरू कर दिया।

इसी बीच उद्यान अधिकारी द्वारा की गई एक टिप्पणी पर सदस्य भड़क उठे। दोनों के बीच मामूली नोकझोंक भी हो गई। अन्य सदस्यों ने भी उन पर आरोप लगाने शुरू कर दिए। हालांकि बाद में मामला शांत हो गया। इसके अलावा सदस्यों ने जिला योजना समिति की एक भी बैठक न होने पर कड़ी आपत्ति जताई। बोर्ड बैठक से नदारद अफसरों को लेकर भी सदस्यों ने कड़ी नाराजगी जताई और निंदा प्रस्ताव पारित किया।

इससे पूर्व बैठक में आगामी वित्तीय वर्ष के लिए 43,79,29087 रुपये का बजट पास किया गया। जबकि इसके सापेक्ष 43,67,40000 व्यय का बजट पास किया गया। बैठक में सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

बोर्ड बैठक में आठ विभाग के अधिकारी अनुपस्थित पाए गए हैं। अधिकारियों के अनुपस्थिति से संबंधित विषयों पर चर्चा नहीं हो पाती है। इन अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा। - डॉ. दलजीत कौर, जिला पंचायत अध्यक्ष

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