हल्द्वानी: बेटे के सामने बाप को दंगाइयों ने मारी गोली
हल्द्वानी, अमृत विचार। बनभूलपुरा दंगे में छठवीं मौत हो गई। बेटे के सामने ही दंगाइयों ने उसके बाप के सिर में गोली मार दी। वह पिछले चार दिन से सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भर्ती था। सोमवार को उसकी मौत हो गई। मंगलवार को प्रशानिक अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द किया गया।
गफूर बस्ती वार्ड 24 किदवईनगर बनभूलपुरा निवासी मो. इसरार (53) पुत्र इकबाल अहमद छोटा हाथी चालक था। वह यहां पत्नी नसीमा, बच्चे गुलसफा, हिना, सुहैल, अमन, अलीशा और इल्मा के साथ रहते थे। छोटे बेटे अमन ने बताया कि जब इलाके में दंगा भड़का तो उन्होंने पिता को फोन कर घर आने के लिए कहा।
पिता रेलवे लाइन पार छोटा हाथी खड़ा किया और फोन कर अपने पहुंचने की जानकारी दी। जिस पर अमन घर से उन्हें लेने निकल पड़ा। घर से कुछ ही दूर उसे पिता आते दिखाई दिए। वह पिता के नजदीक ही पहुंचा था कि एक गोली चली और इसरार के सिर में लग गई। लहूलुहान इसरार वहीं गिर गया। गोली सिर के पीछे लगी थी।
आनन-फानन में उन्हें पहले बेस और फिर एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें एसटीएच रेफर कर दिया गया। मंगलवार को उनकी मौत हो गई। अमन का कहना है कि उसके सामने पिता को गोली लगी, लेकिन किसने चलाई उसने नहीं देखा। माना जा रहा है कि दंगाइयों की गोली से इसरार की मौत हुई। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। नायब तहसीलदार युगल किशोर पांडे ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंच कर शव का पंचनामा भरा। जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
