UP: सेवानिवृत्त मैकेनिकल इंजीनियर के पुत्र की मौत… चंदे से किया अंतिम-संस्कार, दंपति की पीड़ा सुन लोगों के छलक आए आंसू

कानपुर में सेवानिवृत्त मैकेनिकल इंजीनियर के पुत्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

UP: सेवानिवृत्त मैकेनिकल इंजीनियर के पुत्र की मौत… चंदे से किया अंतिम-संस्कार, दंपति की पीड़ा सुन लोगों के छलक आए आंसू

कानपुर, अमृत विचार। नौबस्ता थानाक्षेत्र में सेवानिवृत्त मैकेनिकल इंजीनियर के पुत्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घर में वृद्धा मां-पिता ने पड़ोसियों की मदद से उसे एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इलाकाई लोगों ने चंदा करके युवक का पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद पुलिस से युवक का विद्युत शव दाह गृह में अंतिम संस्कार कराया। दंपति ने अपनी पीड़ा इलाके के लोगों से साझा की। इससे उन लोगों की आंखों में आंसू आ गए।

मूलरूप से पश्चिम बंगाल के मेमोरी के रहने वाले 45 वर्षीय मोनीतेश चक्रवर्ती आवास विकास कालोनी हंसपुरम में प्राइवेट नौकरी करते थे। उनके पिता विकास चंद्र चक्रवर्ती ने बताया कि वह मैकेनिकल इंजीनियर से सेवानिवृत्त है। उन्होंने बताया कि वह योगेश यादव के मकान में किराए पर रहते हैं। शुक्रवार सुबह बेटे की अचानक हालत बिगड़ने लगी मुंह से झाग निकलने लगा। वह लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक उसने वहीं दम तोड़ दिया।

उन्होंने बताया कि वह और उनकी पत्नी तापसी चक्रवर्ती ने आनन-फानन मकान मालिक और आसपास को सूचना दी। जिसके बाद उन लोगों ने एंबुलेंस को बुलाया। बताया कि पड़ोसियों की मदद से एंबुलेंस से उसे हैलट अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना हैलट प्रशासन ने पुलिस को दी।

पुलिस ने शव को माचुर्री में रखवा दिया। मां तापसी और पिता विकास चंद्र ने बताया कि पास में रुपये न होने के कारण उन लोगों ने पड़ोसियों ममता डे, सीमा सचान और अन्य इलाके के लोगों से चंदा किया। इसके बाद वह लोग रविवार सुबह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। यहां शव की पहचान कराने के लिए वृद्ध पिता को ले जाया जा रहा था तभी वह गिर पड़े।

जिसके बाद पुलिसकर्मी ने उन्हें पकड़ने में सहायता की। उनका कहना था कि सेवानिवृत्त होने के बाद अमेरिका में रहने वाली उनकी ननद आरती उन्हें पैसे भेजती हैं, जिससे वह लोग दो वक्त की रोटी खा पाते हैं। लेकिन घटना की सूचना देने के लिए उनका फोन नहीं मिल पा रहा है। रुंधे गले पिता बोले कि सगी बेटी रिंकी उन लोगों से कोई मतलब नहीं रखती है। माता-पिता का कहना था कि पैसे न होने के कारण उन लोगों ने पुलिस से उसका अंतिम संस्कार भैरो घाट विद्युत शवदाह गृह में करवा दिया।

माता-पिता ने बताया कि जब तक उनके पास रुपया था, तब तक वह लोग बहुत अच्छे थे लेकिन अब रुपया न होने के कारण वह लोग बेकार हो गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बिसरा सुरक्षित रखा गया है। वहीं इस संबंध में नौबस्ता प्रभारी निरीक्षक जगदीश प्रसाद पांडेय ने बताया कि युवक के माता-पिता काफी वृद्ध है। प्राथमिक जांच में पता चला कि उसे हृदयघात हुआ है।

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