हल्द्वानी: बनभूलपुरा बवाल: पूरी तैयारी में थे उपद्रवी, पुलिस भी देख कर रह गई हैरान
हल्द्वानी, अमृत विचार। मलिक का बगीचा के पास से एक घर से आवाज रही थी। एक महिला अपने पति को लताड़ते हुए बोल रही थी कि जाहिल सोये पड़ा है। पुलिस आ गई है, जेसीबी आ गई है। जा जाकर कुर्बान हो जा, देख नहीं रहा है कि और लोग गाजी बनकर पहुंच रहे हैं। इसी तरह एक महिला अपने बच्चों के साथ घर के बाहर खड़ी हो गई। जब उससे पुलिस वालों ने कहा कि बच्चों को लेकर अंदर चली जाओ तो वह महिला बोली हम अपने बच्चों को भी कुर्बान कर देंगे। हमें कोई अफसोस नहीं है। इन दो वाक्यों से समझा जा सकता है कि तैयारी किस हद तक की थी।
अपनी सीट जीतने के लिए पार्टियां अवैध कब्जा करवाती रहीं
हल्द्वानी दंगे की भेंट चढ़ गया। निर्दोष लोगों के वाहन जला दिये गये। चिन्हित करके लोगों को मारा गया। यह सब इस वजह से हुआ है क्योंकि कुछ राजनीतिक दल और नेताओं के लिए यह जगह वोट बैंक है। उनके यहां से हजारों की तादाद में वोट मिलते हैं। जिसके बाद वह चुनाव जीतकर माननीय बनते हैं। अतिक्रमण करवाने में भी वोट बैंक की राजनीति करने वाले इन्हीं दलों और नेताओं का हाथ है। जब बनभूलपुरा में अवैध तौर पर अतिक्रमण हो रहा था, तब इन्हीं नेताओं और दलों ने पुलिस और प्रशासन को मूक बनवा दिया। जिससे उनके वोट प्रतिशत में बढ़ोत्तरी हो सके।
