रुद्रपुर: 25 साल से 'कल्लू' बना रहा था पुलिस को 'उल्लू' अब खुद हुआ 'कैद'
रुद्रपुर, अमृत विचार। पिछले 25 सालों से न्यायालय को गुमराह करने के आरोपी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप था कि इंदर हत्याकांड के आरोपी ने जेल जाने के दौरान अपना नाम व पिता का नाम बदलकर न्यायालय को कई सालों से गुमराह किया। जब अपीलीय याचिका में नहीं पहुंचे तो फर्जी नाम प्रकरण का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।
गुरुवार को खुलासा करते हुए एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल और आईपीएस प्रशिक्षु एवं सीओ सदर निहारिका तोमर ने बताया कि वर्ष 1998 में रुद्रपुर स्थित इंदर सिंह के घर पर चोरी के दौरान चोरों ने उनकी ही लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर हत्या कर दी थी और बंदूक सहित अन्य सामान चुराकर ले गए थे।
प्रकरण की तफ्तीश में चार आरोपियों के नाम सामने आए और पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसमें से फूलचंद उर्फ कल्लू पुत्र पाती राम निवासी ऊंचा गांव शीशगढ़ बरेली यूपी को बहेड़ी पुलिस ने बंदूक के साथ गिरफ्तार कर लिया था। जिसकी सूचना मिलने के बाद तत्कालीन रुद्रपुर कोतवाल द्वारा आरोपी को बी वारंट के तहत रिमांड पर लेकर हल्द्वानी जेल भेज दिया था।
मामले की सुनवाई के दौरान धर्मेंद्र नाम के आरोपी की मौत हो गई थी, जबकि एक आरोपी को अदालत ने सजा सुनाते हुए फूलचंद सहित एक अन्य को दोषमुक्त कर दिया था। दोषमुक्त होने के दौरान वर्ष 2003 में सरकार द्वारा हाईकोर्ट में अपील याचिका दायर की। जब न्यायालय ने अपील के लिए फूलचंद को बुलाया, लेकिन वह कई वर्षों तक न्यायालय में पेश नहीं हुआ। जबकि कोतवाली पुलिस लगातार उसकी तस्दीक के प्रयास करती रही।
इसी दौरान वर्ष 2023 में हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद कोतवाल विक्रम राठौर ने टीम बनाकर तस्दीक कराई तो पता चला कि ऊंचा गांव शीशगढ़ बहेड़ी बरेली निवासी फूलचंद उर्फ कल्लू पुत्र पातीराम नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं है।
इस पर पुलिस ने हत्याकांड के अन्य आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि हत्याकांड का आरोपी फूलचंद का वास्तविक नाम कल्लू उर्फ कल्याण राम पुत्र नंद राम निवासी ऊंचा गांव रुस्तम नगर शीशगढ़ है। पुलिस ने सुरागरसी व पतारसी के आधार पर आरोपी को बगवाड़ा चौकी इलाके से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि सजा से बचने के लिए उसने नाम व पिता का नाम बदला और फर्जी दस्तावेज बनाकर न्यायालय में पेश किए। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी की फिंगर प्रिंट जब हल्द्वानी जेल से मिलान किया तो कल्याण राम ने अदालत को गुमराह करने का कृत्य किया था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया।
