सुलतानपुर : सुरक्षा बलो के घेरे में एमपी एमएलए कोर्ट पहुचे सांसद संजय, आज होगी सुनवाई
सुलतानपुर, अमृत विचार। 23 अक्टूबर 2008 को तत्कालीन बसपा सरकार के विरुद्ध नगर के तिकोनिया पार्क में सपा ने 'घेरा डालो-डेरा डालो' कार्यक्रम आयोजित किया गया था। आरोप है कि सपाइयों ने कलेक्ट्रेट के सामने सड़क जमकर प्रदर्शन किया था। पुलिस ने सपा के पूर्व विधायक एवं वर्तमान में सपा प्रवक्ता अनूप संडा, वर्तमान में आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सदस्य संजय सिंह, वर्तमान में भाजपा एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह, गौरीगंज के सपा विधायक राकेश सिंह, सपा जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव समेत 98 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इनमें से 16 लोगों की दौरान मुकदमा अब तक मौत हो चुकी है।
दिल्ली तिहाड़ जेल से आप सांसद संजय सिंह बुधवार सुबह सद्भावना एक्सप्रेस ट्रेन से सुबह 5:40 पर सुलतानपुर पहुंचे। प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर जैसे ही ट्रेन पहुंची तो यहां पहले से मौजूद आप कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने संजय सिंह जिंदाबाद के नारे लगाए। ट्रेन की बोगी से उतरते ही संजय ने अपने समर्थकों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। वही ट्रेन के पहुंचने से करीब आधा घंटे पहले नगर कोतवाल श्रीराम पाण्डेय बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ स्टेशन पहुंचे। प्लेटफॉर्म पर सिविल पुलिस, जीआरपी व आरपीएफ टीम के जवानों से छावनी में बदल गया था। उधर आप जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता एवं संजय सिंह के परिवार व मिलने वाले भी ट्रेन पहुंचने से पहले स्टेशन पहुंच गए थे।स्टेशन पर पहुंचे आप कार्यकार्ताओं ने हाथ में झंडा ले रखा था। टोपी और झंडा लिए आप कार्यकर्ताओं को प्रशासन ने बाहर का रास्ता दिखाया। ट्रेन के रुकते ही प्लेटफॉर्म पर संजय सिंह जिंदाबाद, संजय भइया संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं। ईडी-मोदी मुर्दाबाद के भी कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए।
एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट के मजिस्ट्रेट योगेश कुमार यादव ने बयान दर्ज करने के लिए पिछले दिनों सांसद संजय सिंह को जेल से तलब किया था। बचाव पक्ष के अधिवक्ता रुद्र प्रताप मदन सिंह ने बताया कि बुधवार को सुबह सद्भावना एक्सप्रेस ट्रेन से पुलिस सांसद संजय सिंह को लाकर कोर्ट में पेश करेगी। कोर्ट में उनका बयान दर्ज किया जाएगा। वही कोर्ट के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यहां बड़ी संख्या में आप कार्यकर्ताओं के साथ संजय सिंह के समर्थकों का जमावड़ा हो सकता है ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस मुस्तैद की गई है।
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