गोंडा: अंकित के हत्यारों की तलाश में लगायी गयी एसओजी समेत चार पुलिस टीमें 

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Published By Sachin Sharma
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मामूली बात पर कर दी गई थी अस्पताल के कर्मचारी अंकित तिवारी की हत्या

गोंडा। नारायण हॉस्पिटल के कर्मचारी रहे अंकित तिवारी हत्याकांड की तफ्तीशमिलने के बाद जिले की पुलिस सक्रिय हो गयी है। बुधवार को जीआरपी से केस डायरी मिलने के बाद बृहस्पतिवार को पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल खुद घटनास्थल पर पहुंचे और रेल ट्रैक का मुआयना किया। उन्होंने जीआरपी के पुलिसकर्मियों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। एसपी ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए तीन पुलिस टीमों का गठन किया है। साथ ही इस वारदात के खुलासे के लिए एसओजी टीम को लगाया गया है।

मोतीगंज थाना क्षेत्र के अचलपुर गांव के रहने वाले अंकित तिवारी की बीते बृहस्पतिवार को निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी थी और उसका शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था। मृतक‌ अंकित नगर कोतवाली क्षेत्र के सर्कुलर रोड स्थित नारायणा हॉस्पिटल में काम करता था। बृहस्पतिवार को अस्पताल के संचालक डा दीपक सिंह ने अंकित को शराब और सिगरेट लाने के लिए कहा था लेकिन अंकित ने इंकार कर दिया था। इस मामूली सी बात को लेकर डा दीपक सिंह वे अपने गुर्गों संग मिलकर पहले अंकित की बेरहमी से पिटाई की थी और फिर उसकी हत्या कर शव को रेल ट्रैक पर फेंक दिया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने के बाद मृतक के चाचा ने डा दीपक व दो अज्ञात लोगों के खिलाफ जीआरपी थाने में हत्या व साक्ष्य छिपाने की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। जीआरपी ने छह दिन तक जांच पड़ताल करने के बाद घटना क्षेत्र अपनी सीमा से बाहर बताते हुए बुधवार को मुकदमें को जिला पुलिस को ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने घटना की जांच तेज कर दी है।

एसपी बोले- जल्द गिरफ्त में होंगे आरोपी

बुधवार को सीओ सिटी विनय कुमार सिंह ने घटनास्थल की छानबीन की थी। बृहस्पतिवार को पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल खुद घटनास्थल पर पहुंचे और वारदात की जानकारी ली। एसपी ने रेल ट्रैक और उसके आसपास पड़ताल की और जीआरपी के पुलिसकर्मियों से पूरे घटना की जानकारी ली। एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए तीन पुलिस टीमों का गठन किया गया है। साथ ही एसओजी टीम को भी इस वारदात के खुलासे के लिए लगाया गया है। एसपी ने कहा कि वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। 

मोबाइल सीडीआर से खुलेगा हत्या का राज 

जीआरपी से विवेचना मिलने से बाद नगर कोतवाली पुलिस व एसओजी टीम सक्रिय हो गयी हैं। पुलिस टीम हत्यारोपियों के साथ मृतक अंकित के मोबाइल फोन की तलाश में जुटी हैं। मोबाइल फोन की बरामदगी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। मोबाइल फोन मिलने पर ही यह साफ हो सकेगा कि अस्पताल से निकलने के बाद मृतक ने किस किस से बात की थी। पुलिस मोबाइल फोन का सीडीआर भी खंगाल रही है। इसी सीडीआर से इस हत्या का राज खुलेगा।

हत्यारोपी डॉक्टर को किया गया सस्पेंड

अंकित हत्याकांड में नामजद किए जाने के एक सप्ताह बाद आरोपी डॉक्टर दीपक सिंह को बुधवार को सस्पेंड कर दिया गया। वह चिकित्सा महाविद्यालय में संविदा पर जूनियर रेजिडेंट के पद पर तैनात था। घटना वाले दिन से ही वह फरार है। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा धनंजय कोटास्थाने ने उसके निलंबन की पुष्टि की है।

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