मंदिर निर्माण का संकल्प हुआ पूरा तो पैदल नाप दी 925 किलोमीटर की दूरी, पढ़िए कौन हैं ये रामभक्त
अयोध्या, अमृत विचार। चार साल पहले संकल्प लिया था कि राम मंदिर बनेगा तो पदयात्रा कर अयोध्या धाम जायेगें। संकल्प पूरा हुआ और अब रामलला आ रहे हैं तो हम पदयात्रा करते हुए प्रभु की नगरी आ गए। यह बात मंगलवार को यहां राजस्थान के भीलवाड़ा से पैदल चल कर पहुंचे दो युवकों ने अमृत विचार से बातचीत में कही।
करीब 925 किलोमीटर की पैदल यात्रा का शुभारंभ इन दो युवकों ने 15 दिसम्बर को किया था। परिवार की सहमति और स्वीकृति के बाद राज और आशीष वार्ष्णेय ने बताया कि दूरी 925 किलोमीटर थी लेकिन पदयात्रा घूमते घुमाते 1हजार 40 किलोमीटर की हो गई। राज ने बताया कि चार वर्ष पहले राम मंदिर निर्माण के लिए संकल्प लिया था। उन्होंने बताया कि रामलला के दर्शनों की लालसा के आगे पदयात्रा की सारी दुश्वारियां फीकी पड़ गईं। बताया कि रोज लगभग 35 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए मंगलवार को अयोध्या धाम पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि लगातार परिवार को अयोध्या धाम की तस्वीरें भेज रहे हैं। परिवार वाले कहते हैं कि अयोध्या तो बिल्कुल बदल गई, सभी ने 26 जनवरी के बाद अयोध्या आने की इच्छा जताई है।
