बरेली: एक करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी, आठ लाख कराए जमा
बरेली, अमृत विचार। जीएसटी की चोरी कर लाखों रुपये का माल निजी बसों से परिवहन करने वाले जरी कारोबारियों पर शिकंजा कसा गया है। जांच के बाद दो फर्मों पर एक करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी गई। आठ लाख रुपये जमा कराने के साथ ही दोनों फर्मों को नोटिस जारी किए गए हैं।
अमृत विचार ने पिछले दिनों ''निजी बसों से माल बुकिंग, टैक्स चोरी का नहीं थमा खेल'' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसका संज्ञान लेकर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के निर्देश पर जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआईबी) टीम ने बरेली से दिल्ली, जयपुर समेत अन्य शहरों को प्राइवेट बसों के जरिए माल ढोने वाले जरी कारोबारियों के यहां जांच की।
इसी जांच में टीम ने जीएसटी की चोरी पकड़ी। एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन ओपी चौबे ने बताया कि एसआईबी ने गुरुवार को पुराना शहर स्थित सर्वश्री सोना जरी और बरकत जरी आर्ट की जांच करने के साथ कई दस्तावेज खंगाले।
शुक्रवार को जांच पूरी हुई। दोनों फर्मों के अभिलेखों की जांच में कोई नियमित हिसाब-किताब नहीं मिला। भारी मात्रा में खरीद और बिक्री के प्रमाण मिले। कई संदिग्ध दस्तावेज सीज करने के साथ ही मौके पर मिले अभिलेखों के आधार पर एक करोड़ की जीएसटी चोरी प्रथम दृष्टया प्रकाश में आ चुकी है।
दोनों फर्मों से आठ लाख रुपये टैक्स के तौर पर जमा कराए गए हें। उन्होंने बताया कि दोनों फर्मों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। निर्धारित समय में संतोषजनक जवाब न मिलने पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
13 बसों में 14.72 लाख रुपये की पकड़ी थी जीएसटी चोरी
जीएसटी की एसआईबी टीम ने पिछले महीने पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर रोड पर निजी बसों की चेकिंग की थी। इसमें नेशनल परमिट की 13 बसों में 14.72 लाख रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी गई थी। इस दौरान पता चला था कि यह बसें बरेली से जयपुर, दिल्ली, मध्यप्रदेश, राजस्थान समेत कई अन्य राज्यों के लिए रोजाना जाती हैं। इन पर कार्रवाई के बाद भी यह खेल जारी रहा। देर रात बसों से जीएसटी चोरी का माल लगातार आने की सूचना पर कार्रवाई की गई।
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