प्राण प्रतिष्ठा समारोह में गूंजेगी काशी के पंडित दुर्गा प्रसाद की शहनाई, PM मोदी के सामने बजायेंगे राग वृन्दावनी सारंग
वाराणसी, अमृत विचार। काशी का संगीत घराना पूरे विश्व में प्रसिद्द है। आगामी 22 जनवरी को इसमें एक और ऐतिहासिक अध्याय जुड़ने वाला है। बनारस संगीत घराने के पंडित दुर्गा प्रसाद प्रसन्ना की शहनाई की धुन पर अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। राम दरबार में पंडित दुर्गा प्रसाद प्रसन्ना राग वृन्दावनी सारंग बजा रहे होंगे और मुख्य यजमान पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा कर रहे होंगे।
ये काशी का ही सौभाग्य है कि 14-15 अगस्त की आधी रात को उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की शहनाई की धुन पर स्वतंत्र भारत की पहली सुबह आई थी और अब 22 जनवरी को श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पंडित दुर्गा प्रसाद प्रसन्ना की शहनाई की धुन पर होगी। तब भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान ने लाल किले के प्रांगण में राग काफी और गंगा द्वारे बधईया बाजे बजाई थी ,और 22 जनवरी को राम दरबार में पंडित प्रसन्ना राग वृन्दावनी सारंग और सरयू द्वारे बधईया बाजे बजाएंगे। महान ठुमरी गायक पंडित महादेव प्रसाद मिश्र के घराने से ताल्लुक रखने वाले पंडित दुर्गा प्रसाद प्रसन्ना इस अवसर को लेकर खासे उत्साहित हैं और अपने आपको बेहद सौभाग्यशाली मानते हैं कि उनको ये मौका मिल रहा है। उनके सुपुत्र और उनके साथ शहनाई पर संगत देने वाले पंडित संगम प्रसन्ना भी इसे ऐतिहासिक क्षण बता रहे हैं। 500 साल के बाद उनके पिता की बजाई धुन के दौरान प्राण प्रतिष्ठा होगी ये काशी और उनके परिवार दोनों के लिए गर्व की बात है।
काशी की संगीत परम्परा में ठुमरी सम्राट के नाम से पहचान रखने वाले स्वर्गीय पंडित महादेव प्रसाद मिश्र का बड़ा सम्मान है। पंडित दुर्गा प्रसाद मिश्र उसी परम्परा से आते हैं। दुनिया के कई देशों में शहनाई बजा चुके दुर्गा प्रसाद राम दरबार में बजाने के लिए उत्साहित हैं। उनके पुत्र संगम प्रसाद प्रसन्ना भी उनके साथ संगत देते हैं और पंडित दुर्गा प्रसाद की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। संगम प्रसाद मिश्र का तीन साल का बेटा भी शहनाई पर रियाज़ शुरू कर दिया है.काशी की एक पहचान सिटी ऑफ़ म्यूजिक के तौर पर भी होती है और ये पौराणिक मान्यता भी है कि शिव के डमरू से ही सारे सुर निकले हैं। ऐसे में पंडित दुर्गा प्रसाद प्रसन्ना का प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर राम दरबार में शहनाई बजाना काशी की संगीत परम्परा को एक नई पहचान देगा।
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