बदायूं: सिर में पड़े कीड़े, बदहाल थी महिला... अब इलाज के बाद पहुंची घर
बदायूं, अमृत विचार: तकरीबन 11 महीने एक महिला जिला अस्पताल पहुंचे। उसके सिर में जख्म था और कपड़ों में से दुर्गंध आ रही थी। कभी अपना सिर खुजलाती तो कभी लोगों को गाली देगी। महिला को मानसिक मंदित समझकर लोग दूर होकर गुजर जाते। दैनिक समाचार पत्र अमृत विचार में महिला के बारे में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी।
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युवा मंच संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ध्रुवदेव गुप्ता ने संज्ञान लिया और अपना घर आश्रम के मंडल कोआर्डिनेटर अनूप अग्रवाल से संपर्क किया। मंडल कोआर्डिनेटर बदायूं आए। डीएम की अनुमति के बाद महिला को अपने राजस्थान के भरतपुर स्थित अपना घर आश्रम भेज दिया। जहां चिकित्सक ने महिला के सिर में कीड़े बताते हुए इलाज शुरू किया। महिला सही हो गई है। हरिद्वार निवासी उनके परिजन साथ ले गए। उन्होंने अमृत विचार का धन्यवाद दिया।

अमृत विचार ने सिस्टम पर चोट करते हुए 17 फरवरी 2023 के अंक में वृद्धाश्रम के सामने फेंकी बीमार महिला शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। युवा मंच संगठन ने खबर का संज्ञान लिया वह जिला अस्पताल पहुंचे। प्रभारी सीएमएस ने ध्यान नहीं दिया तो उन्होंने डीएम मनोज कुमार को अवगत कराया। डीएम ने तत्काल महिला को भर्ती करने का निर्देश दिया। महिला को भर्ती कर लिया गया लेकिन स्टाफ का रवैया उसके लिए सही नहीं था।
चिकित्सक ने भी उसे नहीं देखा। अस्पताल का स्टाफ उसे कछला स्थित वृद्धाश्रम ले गए। जहां के स्टाफ ने हालत गंभीर होने पर महिला को रखने को इंकार कर दिया। इसके बाद भी एंबुलेंस चालक महिला को वृद्धाश्रम के गेट पर छोड़कर चला गया। महिला कराहती रही। राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने सीएमएस से कहा। डीएम को अवगत कराया। डीएम के निर्देश पर सदर एसडीएम पहुंचे। कई घंटों के बाद महिला को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। इसके बाद भी चिकित्सक उसका इलाज करने नहीं गए।
स्टाफ ने कहा कि महिला के सिर में घाव है जिसमें कीड़े पड़े हैं। जो ऑपरेशन करके ही निकाले जा सकते हैं। तो चिकित्सक भी ऑपरेशन करने से बचते रहे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने और अपना घर आश्रम के मंडल कोआर्डिनेटर पीलीभीत निवाीस अनूप अग्रवाल को सूचना दी। वह टीम के साथ बदायूं आए। महिला को भरतपुर के बझेरा स्थित अपना घर आश्रम ले जाकर भर्ती कराया। जहां महिला का निशुल्क इलाज हुआ। 15 दिन पहले महिला ही हो गई। उसकी याद्दाश्त आ गई।
महिला को नया जीवन मिला। उसने अपने परिजनों के बारे में बताया। वह हरिद्वार के कस्बा के मोहल्ला बंदर टोला मंगलौर निवासी खुर्शीद की पत्नी सुल्ताना हैं। सूचना मिलने पर परिजन भरतपुर पहुंचे। और सुल्ताना को साथ ले गए। उन्होंने अमृत विचार को धन्यवाद दिया।
लावारिस मिलने वालों को संस्था प्रभु नाम से पुकारती है। उन्हें सही करके परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाता है। बदायूं से महिला को इलाज के लिए भेजा गया था। जहां उसका इलाज किया गया। सही होने पर परिजन उसे साथ ले गए हैं। इसके लिए बदायूं के डीएम मनोज कुमार, युवा मंच संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महिला को नया जीवन दिलाने वाले अमृत विचार का धन्यवाद--- अनूप अग्रवाल, मंडल कोआर्डिनेटर, अपना घर आश्रम।
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