हल्द्वानी: स्वरोजगार का दावा लाखों में, योजना हजारों के लिए
हल्द्वानी, अमृत विचार। दावा किया जाता है कि लाखों लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर स्वरोजगार कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर योजनाएं मुट्ठीभर लोगों के लिए निकलती हैं। इसमें भी अक्सर भाई-भतीजेवाद का बोलबाला रहता है। वर्तमान में चल रही गाय व बकरी पालन योजना के तहत अलग-अलग वर्गों में राज्य के 13 जिलों के महज 2599 लोग को ही लाभ मिल पाएगा।
इस योजना का आंकलन जिलों की आबादी के हिसाब से करें, तो यह ऊंट के मुंह में जीरा ही साबित होगी। नैनीताल जिले की करीब 10 लाख की जनसंख्या में 148 लोगों व ऊधम सिंह नगर में करीब 16 लाख की आबादी में 213 लोगों को ही इसका लाभ मिलेगा। आश्चर्यजनक यह कि नैनीताल जिले में एसटी वर्ग को योजना में शामिल ही नहीं किया गया।
इधर, योजना में लाभार्थियों की संख्या सीमित होने से ज्यादातर लोग इससे वंचित रह जाते हैं। योजना में लाभार्थियों को 10 प्रतिशत व 90 प्रतिशत राशि राज्य सरकार देती है। योजना में गौ पालन के इच्छुक बेरोजगार को एक गाय व बकरी पालक को दस बकरियां दी जाती हैं। योजना का लाभ एससी, एसटी, बीपीएल जाति वर्ग व महिलाओं को मिलता है।
यदि कोई युवा स्वरोजगार करना चाहता है तो उसके लिए सरकार की कई योजनाएं चल रही हैं। लक्ष्य पूर्ति के लिए कई जिलों में एसटी वर्ग को शामिल नहीं किया गया, क्योंकि यहां एसटी वर्ग में बीपीएल कम मिलते हैं।
- डॉ. एसबी पांडे, प्रभारी अपर निदेशक, पशुपालन विभाग
हल्द्वानी में 19 लोगों को ही मिलेगा लाभ
इस योजना का लाभ हल्द्वानी में केवल 19 लोगों को मिलेगा। इसमें एससी वर्ग के 4 बेरोजगारों को बकरी, 6 को गाय, बीपीएल वर्ग के 4 व्यक्तियों व 5 महिलाओं को बकरियां दी जाएंगी।
