हल्द्वानी: गौला खनन डंपर स्वामियों में दो फाड़, एक ने समाप्त की दूसरे ने जारी रखी हड़ताल
हल्द्वानी, अमृत विचार। गौला नदी में निजीकरण के विरोध में डंपर स्वामियों की हड़ताल में दो फाड़ हो गए हैं। तीन में से एक संगठन डंपर एसोसिएशन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता के बाद मान गया था। अब दूसरा संगठन गौला खनन मजदूर उत्थान समिति ने भी प्रशासन से वार्ता के बाद हड़ताल वापस करने का ऐलान किया है। वहीं, तीसरे संगठन गौला खनन संघर्ष समिति ने निजीकरण के विरोध में हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है।
गौला नदी में हल्द्वानी व लालकुआं डिवीजन में कुल 11 उपखनिज निकासी गेट हैं। इनमें 7,452 वाहनों से उपखनिज निकासी होती है। इन वाहन वालों के तीन संगठन गौला खनन संघर्ष समिति, गौला खनन मजदूर उत्थान समिति और डंपर एसोसिएशन हैं। इस बार सरकार ने जीपीएस की अनिवार्यता, वाहनों की फिटनेस निजी सेंटर और रॉयल्टी चेकिंग का जिम्मा निजी ठेकेदार को सौंप दिया था। इसके विरोध में तीनों संगठनों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया था। निजीकरण के विरोध में अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन, जुलूस व कैंडिल मार्च निकाला गया था।
बाद में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वाहन स्वामियों से वार्ता की। फिर उन्होंने जीपीएस की अनिवार्यता में रियायत दे दी। साथ ही निजीकरण में बताया कि ठेकेदार नदी में नहीं जाएगा और अवैध खनन पर अंकुश लगाना है। निजी फिटनेस सेंटर केंद्र की गाइडलाइन है। इसके बाद डंपर एसोसिएशन ने खनन शुरू कर दिया था।
सिर्फ दो संगठन गौला खनन संघर्ष समिति और गौला खनन उत्थान मजदूर समिति विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर थे। शुक्रवार को गौला खनन मजदूर उत्थान समिति ने प्रशासन से वार्ता के बाद हड़ताल समाप्त करने का ऐलान कर दिया है। 10 जनवरी के बाद इलेक्ट्रॉनिक कांटे लगने पर समिति नियमित खनन शुरू कर देगी हालांकि गौला खनन संघर्ष समिति ने वाहनों की फिटनेस में निजीकरण समाप्त नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता के बाद हमारी एसोसिएशन मान गई थी। हमने उपखनिज निकासी गेटों पर जाना शुरू कर दिया था। फिलहाल हम हड़ताल से अलग हैं, हमारा कोई लेना देना नहीं है।
= मनोज मठपाल, अध्यक्ष डंपर एसोसिएशन
वाहन स्वामियों की छह सूत्रीय मांगों को पूरा करने पर समिति मान गई है। हमने हड़ताल वापस लेने का ऐलान कर दिया है। इलेक्ट्रॉनिक कांटों के लगने के बाद नियमित खनन शुरू कर देगी।
= रमेश जोशी, अध्यक्ष गौला खनन उत्थान मजदूर समिति
हमारी शासन-प्रशासन से वार्ता नहीं हुई है। जब तक वाहनों की फिटनेस के निजीकरण का फैसला वापस नहीं होता है तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। फिलहाल इंद्रा नगर, आंवला चौकी, राजपुरा, शीशमहल और गोरापड़ाव पांच गेटों के वाहन स्वामी हड़ताल पर ही रहेंगे।
= पम्मी सैफी, अध्यक्ष गौला खनन संघर्ष समिति
विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल करने वाले गौला खनन उत्थान मजदूर समिति ने वार्ता के बाद आंदोलन वापस ले लिया है। अब गौला नदी में नियमित खनन शुरू हो जाएगा।
= पारितोष वर्मा, एसडीएम हल्द्वानी
प्रशासन से वार्ता के बाद हुआ समझौता
हल्द्वानी, अमृत विचार : तहसीलदार सचिन कुमार ने शुक्रवार को गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के पदाधिकारियों से वार्ता की। वार्ता के बाद समिति अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी ने निजीकरण के विरोध में चल रही हड़ताल को समाप्त करने का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि डंपर स्वामियों की छह सूत्रीय मांगों को मान लिया गया है। इन शर्तों को शासन-प्रशासन के जरिए पूरा कराया जाएगा। जीपीएस की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है।
निजी फिटनेस सेंटर पर डीएम ने चार विभागों की संयुक्त टीम बना दी है और सरकारी शुल्क के आधार पर ही वाहनों की फिटनेस होगी। इलेक्ट्रॉनिक कांटों का विवाद भी समाप्त हो गया है। 10 जनवरी के बाद कंप्यूटराइज्ड इलेक्ट्रॉनिक कांटे लगने के बाद गौला नदी में नियमित खनन होगा। इस दौरान जीवन कबडवाल, इन्द्र नयाल, रमेश कांडपाल, गणेश बिरखानी, मनोज बिष्ट, वीरेंद्र दानू, कविंद्र कोरंगा, पंकज दानू, भगवान धामी, पूरन पाठक, जीवन वोरा, सुरेश चंद्र जोशी, नरेंद्र सिंह राणा, उत्तम बिष्ट आदि मौजूद रहे।
