कौशांबी: संवेदनहीनता की हद!, गोशाला में तीन गोवंशों की ठंड से तड़पकर हो गई मौत, अधिकारियों को नहीं लगी भनक, हड़कंप

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Published By Sachin Sharma
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कौशाम्बी। जनपद में पशु चिकित्सालय विभाग के अधिकारियों का भी गजब हाल है। वह कुर्सी तोड़ रहे है और मवेशी दम तोड़ रहे है। जिले में बने गौशालाओं में ठंड के कारण रोज मवेशियों की मौत हो रही है। लेकिन अधिकारी इस मामले में गंभीरता नहीं बरत रहे हैं।     

ठंड में गौशालाओं के अंदर रखे गए पशुओं की देखभाल नहीं हो पा रही है। गुरुवार को कौशांबी के वृहद गो-संरक्षण केंद्र कादिराबाद में ठंड के कारण तीन मवेशियों की मौत हो गई। इसकी जानकारी भी विभागीय अधिकारी को नहीं थी। सूचना मिली तो मौके पर अधिकारी पहुंचे और मृत गोवंशों का इलाज करने में जुट गए। कौशांबी के गौशालों का यही हाल है। आये दिन मवेशी दम तोड़ रहे है और अधिकारी कुर्सी तोड़ रहे। 

खुले आसमान के नीचे रह रहे मवेशी

केवल मंझनपुर तहसील की बात करे तो 11 गौशालाएं हैं जिसमें 1750 गोवंश संरक्षित किए गए हैं। इसकी देखरेख डिप्टी सीवीओ हेमलता के हांथ में है। जबकि कादिराबाद गौशाला में 395 गोवंश है। जिसमें से लगभग 75 गोवंशों की टैगिंग नहीं है। तीन गोवंशों की फिर मौत हो गई है। और लगभग 9 गोवंश बीमार है। यहां पर 7 केयरटेकर नियुक्त किए गए हैं। मवेशियों को चारा पानी का कोई खास इंतजाम नहीं है। खुले आसमान में गोवंशों को रात की सर्दियों में रहना पड़ रहा है । 

मवेशियों की मौत की जानकारी मिली थी। गाड़ी देवरा गौशाला गई थी। गाड़ी आने के बाद कादिराबाद गौशाला पहुंचकर बीमार पशुओं का इलाज किया जा रहा है।

                                                                       हेमलता शर्मा, डिप्टी सीवीओ मंझनपुर, कौशांबी

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