ज्ञानवापी मस्जिद स्थित वजूखाने की सफाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद विवाद से संबंधित लंबित एसएलपी में एक नई अर्जी दाखिल कर हिंदू पक्ष ने मंगलवार को वाराणसी के जिलाधिकारी को मस्जिद के वजूखाने के पूरे क्षेत्र को साफ करने और स्वच्छता बनाए रखने के लिए आदेश देने की मांग की है। श्रृंगार गौरी और अन्य देवी-देवताओं के दर्शन- पूजन का अधिकार मांगने वाली महिलाओं ने उक्त अर्जी दाखिल की है।
उपरोक्त आवेदन में कहा गया है कि वजूखाने में 25-26 दिसंबर 2023 के बीच मछलियां मर गई हैं, जिसके कारण टैंक से बदबू आ रही है। चूंकि वहां हिंदुओं के लिए पवित्र माना जाने वाला शिवलिंग है, इसलिए उस स्थान की सफाई होनी चाहिए। उस पवित्र शिवलिंग के आसपास गंदगी, मृत जानवर आदि नहीं होने चाहिए।
अर्जी में यह भी कहा गया है कि मौजूदा समय में शिवलिंग मरी हुई मछलियों के बीच में है, जो शिव भक्तों की भावनाओं को आहत करने वाला है। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यहां चल रहे विवाद के बीच पूरे वजूखाने को सील किया गया है।
ज्ञानवापी परिसर में एडवोकेट कमिश्नर द्वारा किए गए सर्वे के दौरान वजूक्षेत्र में मंदिर पक्ष ने शिवलिंग मिलने का दावा किया था, हालांकि मस्जिद पक्ष उसे फव्वारा बताता है और कोर्ट के आदेश के बाद 16 मई 2022 से पूरा क्षेत्र सील है। याचिका में यह भी कहा गया है कि मछलियों की मौत के लिए अंजुमन इंतजामिया कमेटी जिम्मेदार है, क्योंकि अगर जिला मजिस्ट्रेट के अनुरोध के मुताबिक मछलियां स्थानांतरित कर दी गई होती तो यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति नहीं आती।
हालांकि अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी की ओर से संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर वजूखाने को सील किया गया है। इससे पहले मछलियों के दाना-पानी और सफाई की व्यवस्था हमारी तरफ से की जाती रही है, लेकिन परिसर सील होने के बाद हम यह काम नहीं कर पा रहे हैं। इसके कारण मछलियों की मौत हो रही है। हिंदू पक्ष की मांग है कि वाराणसी के जिलाधिकारी कुंड से मरी मछलियों को निकलवाएं और पूरे क्षेत्र को साफ करवाएं,साथ ही वहां स्वच्छता बनाए रखने का आदेश भी दिया जाए।
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