मुरादाबाद : एंजिल नर्सिंग होम सील, संचालक पर धोखाधड़ी व जनमानस को गुमराह करने में एफआईआर दर्ज
मुरादाबाद। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (डिप्टी सीएमओ) डॉ. नरेंद्र कुमार ने आशियान फेज-एक के एंजिल नर्सिंग होम को सील कर दिया है। यही नहीं, उन्होंने सिविल लाइन थाने में संचालक डॉ. इरशाद पुत्र नसरत हुसैन के विरुद्ध रोगियों के साथ धोखाधड़ी एवं जनमानस के जीवन के साथ खिलवाड़ करने के आरोप में नामजद एफआईआर दर्ज कराई है। आरोपी डॉक्टर पहला तिराहा बरेली टिंबर स्टोर, हरथला रेलवे स्टेशन रोड सिविल लाइन का रहने वाला है।
डिप्टी सीएमओ ने एंजिल नर्सिंग होम को सील करने की कार्रवाई बुधवार रात 10.44 बजे पुलिस बल की सुरक्षा के बीच की है। नर्सिंग होम आशियान फेज-एक में ढाप वाला मंदिर के पीछे स्थित है। रात में निरीक्षण में डिप्टी सीएमओ ने नर्सिंग होम में पाया है कि संचालक ने जिन डॉक्टरों का पंजीकरण सीएमओ कार्यालय में करा रखा है, वह कोई डॉक्टर मौजूद नहीं थे। 11 वर्षीय रोगी आराध्या विश्नोई का इलाज डॉ. इरशाद हुसैन व जनरल सर्जन डॉ. हर्ष ने किया है, जबकि बाल रोग विशेषज्ञ के द्वारा आराध्या का इलाज किया जाना चाहिए था।
सीएमओ कार्यालय में किसी बाल रोग विशेषज्ञ का पंजीकरण एंजिल नर्सिंग होम ने नहीं करा रखा है। फिर भी यहां बच्चों के गंभीर रोगों का अनियमित तरीके से इलाज किया जाता पाया गया है। जांच अधिकारी ने नर्सिंग होम में अपनी पड़ताल में पाया कि संचालक भी रोगियों का इलाज कर रहे हैं। डिप्टी सीएमओ को कॉसमॉस अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट के द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट में एवं एंजिल नर्सिंग होम की रिपोर्ट में काफी अंतर मिला है। जांच अधिकारी ने पुलिस को यह भी बताया है कि 20 दिसंबर को निरीक्षण के दौरान पैथोलॉजी लैब संचालित पाई गई थी, जबकि वह 27 दिसंबर को निरीक्षण के समय मौके पर नहीं मिली।
इससे साबित होता है कि नर्सिंग होम में पूर्व की पैथोलॉजी लैब अवैध थी। जांच अधिकारी डिप्टी सीएमओ ने सिविल लाइन थानाध्यक्ष को बताया है कि 27 दिसंबर के दिन निरीक्षण के दौरान नर्सिंग होम में दो रोगी भर्ती मिले हैं। जिन्हें 108 एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल में लाकर भर्ती कराया है। उन्होंने कहा है कि नर्सिंग होम संचालक डॉ. इरशाद ने जनमानस को गुमराह एवं धोखाधड़ी कर उनके जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
नर्सिंग होम में 10 की जगह मिले 17 बेड
डिप्टी सीएमओ की कार्रवाई के दौरान एंजिल नर्सिंग होम में 10 बेड के लिए पंजीकृत था, लेकिन मौके पर 17 बेड पाए गए हैं। चार बैथ नवजात शिशु के बेड मिले हैं। अस्पताल में बॉयोवेस्ट का मानक पूरा नहीं है, जो कि पर्यावरण एक्ट का उल्लंघन है। ओटी एवं एनआईसीयू का कभी भी वैक्टिरियोलॉजिकल कल्चर नहीं कराया गया और उसकी रिपोर्ट भी नहीं उपलब्ध कराई गई है।
कमिश्नर से हुई थी शिकायत
डिप्टी सीएमओ डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया, कांठ रोड पर हरथला मंगल का बाजार के निवासी रोहित विश्नोई की पत्नी शीतल सिंह ने मंडलायुक्त को डॉ. इरशाद हुसैन के विरुद्ध शिकायत की थी। जिसे मंडलायुक्त के स्टेनो संजय शर्मा ने कार्रवाई के लिए अपर निदेशक चिकित्सा को भेज दिया था। इस पर सीएमओ ने डॉ. नरेंद्र कुमार को जांच के लिए नामित किया था। डॉ. नरेंद्र ने 20 दिसंबर को टीम बनाकर एंजिल नर्सिंग होम में जांच करने गए थे। कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट उन्होंने सीएमओ को दी थी। रिपोर्ट देखने के बाद सीएमओ ने उन्हें नर्सिंग होम को सील करके बंद कराने के आदेश दिए थे।
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