रायबरेली : ट्रैफिक सिग्नल तो लगे पर यातायात नियंत्रण की है चुनौती

रायबरेली : ट्रैफिक सिग्नल तो लगे पर यातायात नियंत्रण की है चुनौती

रायबरेली, अमृत विचार। नेशनल क्लीन एयर पॉल्यूशन कंट्रोल प्रोग्राम के तहत शहर के पुलिस लाइन, सिविल लाइन और डिग्री कॉलेज चौराहा पर इलेक्ट्रानिक ट्रैफिक सिग्नल लगाने का कार्य पूरा हो गया है। इन स्थानों पर खंभों के साथ उनमें लाइटें लगाई गई हैं। इसका ट्रायल भी चल रहा है लेकिन जो स्थिति है उससे ट्रायल के बाद भी ट्रैफिक नियंत्रण करना किसी चुनौती से कम नहीं है। असल में वाहन चालकों को ट्रैफिक लाइट के मुताबिक कंट्रोल करना बड़ा काम होगा। जिले में वाहन चालकों की आदत ट्रैफिक लाइट को बिना देखे मनमर्जी से वाहन चलाने की है। यही कारण है कि ट्रायल के समय भी यातायात पुलिस को पूरे दिन पसीना बहाना पड़ रहा है। 

शहर के तीनों प्रमुख चौराहों पर  यातायात का भारी दबाव रहता है। इसके चलते लगने वाले जमा से वाहन चालक दिनभर परेशान होते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए करीब पांच करोड़ की लागत से सिग्नल लगाए गए हैं। कार्यदायी संस्था की टीम ने इलेक्ट्रानिक ट्रैफिक सिग्नल लगाकर ट्रायल भी शुरू दिया है। टीम यह परखने में लगी है कि सिग्नल से रेड, यलो और ग्रीन लाइट होने का क्रम निर्धारित समय के मुताबिक है या नहीं। इसे लेकर टीम मॉनीटिरिंग भी कर रही है।  बताते हैं कि ट्रायल पूरा होते ही सिग्नल काम करने लगेंगे लेकिन समस्या यह है कि सिग्नल देखकर वाहन चालक सामंजस्य बिठा सकेंगे कि नहीं। वहीं हादसों पर अंकुश लगाने के लिए लखनऊ-प्रयागराज हाईवे के दो स्थानों पर जल्द सिग्नल से ट्रैफिक कंट्रोल होगा। दोनों स्थानों पर सिग्नल लगाने को हरी झंडी मिल गई है। इसके साथ जेब्रा लाइन भी बनाई जाएगी। लखनऊ-प्रयागराज हाईवे से प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं। यातायात पुलिस के मुताबिक हाईवे पर दरियापुर, सई नदी पुल, बरगद चौराहा, सिविल लाइन, सारस और त्रिपुला चौराहा पर सबसे ज्यादा सड़क होते हैं। हादसों का प्रमुख कारण वाहनों की रफ्तार का अधिक होना पाया गया। इसलिए वाहनों की गति को नियंत्रित करने का इंतजाम किया जा रहा है।

यातायात पुलिस प्रभारी अजय सिंह तोमर के मुताबिक हाईवे पर होने वाले हादसे रोकने के लिए सारस और दरियापुर चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने का निर्णय लिया गया है। ये सिग्नल नगर पालिका परिषद की ओर से लगाए जाएंगे। इसके साथ दोनों चौराहों पर पैदल सड़क पार करने वालों के लिए ज्रेबा लाइन बनाई जाएगी। सिग्नल लगाने के साथ यातायात पुलिसकर्मियों की अतिरिक्त तैनाती भी की जाएगी। 

रोडवेज बस स्टैंड के पास ट्रैफिक सिग्नल जरूरी 
शहर में रोडवेज बस स्टैंड के पास ट्रैफिक सिग्नल की सबसे अधिक जरूरत है। पूर्व में यहां पर ट्रैफिक सिग्नल लगा था लेकिन देखरेख के अभाव में वह कबाड़ हो गया है। रोडवेज बस स्टैंड से लालगंज-कानपुर और रायबरेली-लखनऊ, महराजगंज, अमेठी के रास्ते जुड़े हैं। इसी तरह सारस मोटल के पास भी ट्रैफिक सिग्नल की जरूरत है। यह सबसे महत्वपूर्ण रास्ता है।

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