अल्मोड़ा: राज्य आंदोलनकारियों ने नगरखान में किया धरना प्रदर्शन
अल्मोड़ा, अमृत विचार। मंगलवार को जिला मुख्यालय के करीब तीस किमी दूर नगरखान में राज्य आंदोलनकारियों और स्थानीय ग्रामीणों ने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं का निराकरण ना होने पर धरना प्रदर्शन किया। राज्य आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार पर्वतीय क्षेत्रों के दूरदराज के इलाकों में रह रहे लोगों की उपेक्षा कर रही है। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राज्य आंदोलनकारी संगठन के सदस्य और स्थानीय ग्रामीण मंगलवार को राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगरखान के प्रांगण में एकत्र हुए और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में राज्य आंदोलनकारी और ग्रामीण धरने पर बैठ गए। धरना सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र के लोग लंबे समय से राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने, क्षैतिज आरक्षण लागू किए जाने, आश्रितों के चिन्हीकरण और उन्हें पेंशन दिए जाने, नगरखान के अस्पताल में चिकित्सकों की तैनाती किए जाने, राजकीय इंटर कालेज नगरखान के भवन के निर्माण, गणित विषय सृजित किए जाने, आधार और राशन कार्ड अपडेट कराने के लिए कैंप लगाने, बीपीएल सर्वे किए जाने, डालाकोट में सोलर पंप लगाने, नगरखान में राष्ट्रीयकृत बैंक खोले जाने, आवास विहीन लोगों को आवास दिलाए जाने, क्षेत्र के विभिन्न मार्गों के डामरीकरण व विस्तारीकरण किए जाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन ग्रामीणों की एक भी मांग पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
वक्ताओं ने कहा कि आज तक किसी भी सांसद ने सांसद निधि से नगरखान क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं करवाया। जिससे भी जनता में खासा आक्रोश व्याप्त है और क्षेत्र की जनता आगामी लोकसभा चुनावों के बहिष्कार का मन बना रही है। धरना सभा के दौरान सभी आंदोलनकारियों ने इन सभी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग उठाई। आंदोलनकारियों ने कार्रवाई ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
धरना प्रदर्शन में ब्रह्मनंद डालाकोटी, शिवराज बनौला, दौलत सिंह बगड्वाल, गोपाल सिंह बनौला, तारा राम, नवीन डालाकोटी, सुंदर सिंह, गोपाल सिंह गैड़ा,,मनोरमा, जानकी देवी, शंभू दत्त, कृष्ण चंद्र, शंकर दत्त, भुवन चंद्र, नरेंद्र प्रसाद, आन सिंह, हरीश डालाकोटी, गीता देवी, ममता देवी, पूरन राम, शंकर सिंह, तारादेवी, बसंत बल्लभ, पूरन सिंह सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
