शाहजहांपुर: देश के हर युवा को मिलना चाहिए सैन्य प्रशिक्षण
शाहजहांपुर, अमृत विचार। कारगिल युद्ध में दुश्मन सेना पर काल बनकर टूटने वाले परमवीर चक्र योगेंद्र सिंह यादव कहते हैं कि भारतीय सेना का मुकाबला विश्व की कोई सेना नहीं कर सकती। रही बात पड़ोसी देश पाकिस्तान की तो उसकी रग-रग में धोखा, छल, कपट और कायरता भी हुई है।
अगर पाकिस्तान की सेना में इतना साहस और शौर्य है, तो वह सामने से आकर वार करे, भारतीय सैनिक चंद घंटों में पाकिस्तान का नामोनिशान मिटा देंगे। कहा: उनके लिए राष्ट्र पहले है और परिवार बाद में। अगर परिवार के प्रति दायित्व बनते हैं तो राष्ट्र के प्रति भी जिम्मेदारी है, जो हर किसी को निभानी चाहिए।
शुक्रवार को गीता जयंती समारोह में शिरकत करने आए परमवीर चक्र योगेंद्र सिंह यादव ने दूसरे दिन यानि शनिवार को आवास विकास तिराहा स्थित रिटायर्ड डिप्टी एसपी राम नरेश यादव के आवास पर पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि देश की सीमाएं दुरूह भौगोलिक परिस्थितियों से भरी हुई हैं। कहीं 18 से 20 हजार फिट ऊंचे पहाड़ हैं, तो कहीं हजारों फुट गहरी खाइयां भी हैं।
हर जगह सैनिक नहीं लगाए जा सकते। माइनस 60 डिग्री तापमान में पहाड़ों पर चढ़ना और दुश्मनों को ललकारना भारतीय सैनिकों के ही वश में है। मात्र 19 वर्ष की आयु में कारगिल युद्ध में अपना शौर्य दिखाने वाले योगेंद्र वह दिन याद करते हुए भावुक भी हो जाते हैं।
वह बताते हैं कि किस तरह सात सैनिकों की टुकड़ी के साथ वह 18 हजार फिट की ऊंचाई पर पहाड़ पर चढ़ रहे थे। मुंह से खून निकल रहा था, हमारे सैनिक 72-72 घंटों से भूखे-प्यासे दुश्मनों से लड़ रहे थे। उनका एक-एक साथी शहीद हो रहा था और वह घायल थे, मुंह और नाक से खून बह रहा था, इसके बावजूद वह लड़ते रहे और उन्होंने पांच पाकिस्तानियों को वहीं मिट्टी में मिला दिया।
वह कहते हैं कि पाक सैनिकों ने मां का दूध पिया है, तो वह सामने से आकर हमला करके देखें, चंद घंटों में पाकिस्तान का नामोनिशान मिटा देंगे। पाकिस्तान की किसी बात पर कभी भी विश्वास नहीं किया जा सकता। एक सवाल के जवाब में योगेंद्र यादव ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि सैनिक सेना में मरने के लिए ही जाते हैं, या किसी की गतिविधि पर विश्वास नहीं करते हुए सबूत मांगते हैं, वह समझ लें कि भारत का युवा सेना में मरने नहीं, दुश्मनों को मारने जाता है, और रही बात सबूत की, तो राजनेता अपने बेटों को सेना में भेजना शुरू कर दें, उन्हें सबूत घर बैठे मिलने लगेगा।
परमवीर चक्र योगेंद्र का मानना है कि देश के हर युवा को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, जो समय पर देश के काम आ सकें। सरकार को भी स्कूलों में एनसीसी, एनएसएस का प्रशिक्षण अनिवार्य कर देना चाहिए। अग्निवीरों के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका सही जवाब समय पर मिलेगा, अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। उनका मानना है कि आतंकवाद के खिलाफ सभी देशों को एकजुट होकर उनके ट्रेनिंग सेंटरों को हमला कर नेस्तानाबूत कर देना चाहिए।
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