चित्रकूट : गहराता जा रहा है एक्सप्रेसवे से हवाई पट्टी लिंक रोड का मामला, ग्रामीणों ने कही ये बड़ी बात  

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Published By Jagat Mishra
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चित्रकूट, अमृत विचार। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से प्रस्तावित राम वनपथ गमन एवं देवांगना हवाई पट्टी को जोड़ने वाली लिंक रोड को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। अकबरपुर ब और गोंड़ा गांवों के बाशिंदों का कहना है कि दुबारा सर्वेक्षण करने से पहले उन लोगों की भी तो सुनी जाए। 

गौरतलब है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से राम वनपथ गमन एवं देवांगना हवाई पट्टी को जोड़ने के लिए एक लिंक रोड का प्रस्ताव है। एक बार सर्वे होने के बाद दुबारा फिर सर्वेक्षण की सुगबुगाहट से दोनों गांवों के तमाम ग्रामीण चिंतित हैं। पहले यह लिंक रोड गोंडा से रामपुर माफी (भारतपुर) होते हुए देवांगना हवाई पट्टी तक प्रस्तावित थी। गांववालों की मानें तो इस मार्ग में दो तीन क्रशर प्लांट आने की वजह से रसूखदार लोगों को आपत्ति हुई। 

उमेश चंद्र, विपुल, दिनेश कुमार, दिलीप साहू, नंद किशोर, अंबिका प्रसाद, शिवमोहन, विनोद यादव, पप्पू अनुरागी आदि आरोप लगाते हैं कि इनके कहने से अब दुबारा सर्वेक्षण होने की बात कही जा रही है और इसमें कई गरीब किसानों, आदिवासी बस्ती के लोगों को नुकसान होगा। इनका कहना है कि नए मार्ग के लिए बगैर क्षेत्रवासियों को विश्वास में लिए पिलर भी लगा दिए गए, जिम्मेदारों की उन लोगों के हितों के प्रति उदासीनता दिखाता है। बताया कि वे लोग बताते हैं कि वे मुख्यमंत्री के साथ मंडलायुक्त, जिलाधिकारी आदि से इस संबंध में पत्र भेजकर गुहार लगा चुके हैं। बीते दिन इन लोगों ने जिला प्रभारी मंत्री नरेंद्र कश्यप को भी ज्ञापन दिया। 

जनप्रतिनिधि पर भी उठाई उंगली
ज्ञान सिंह, लवलेश कुमार, रुद्र प्रताप सिंह आदि ग्रामीण आरोप लगाते हैं कि पहले प्रस्तावित रूट में आने वाले स्टोन प्लांटों के पट्टाधारियों की एक जनप्रतिनिधि के रिश्तेदारों की सहभागिता भी है। ऐसे में इस रूट की जगह दूसरे रूट के लिए सर्वेक्षण में प्रशासन पर दबाव डाला जा रहा है। इनका कहना है कि पहले रूट में गोंडा, रामपुर माफी से लिंक रोड पहाड़ के किनारे से जाएगा और इससे ज्यादा क्षति नहीं होगी। जबकि अगर दूसरे मार्ग का प्रस्ताव पास हो गया तो कई गांव के मजरे, आदिवासी बस्ती, भरतकूप और अकबरपुर के रेहड़ी ठेलिया लगाने वाले लोग प्रभावित होंगे।

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