बरेली: कमीशनखोरी के चक्कर में गई छात्र की जान
बरेली, अमृत विचार। पुलिस की कमीशनखोरी और लापरवाही के कारण फतेहगंज पश्चिमी के एक छात्र की मौत हो गई। पुलिस ने 10 माह बाद भी हादसे की रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। अधिकारियों और थाना पुलिस की अनदेखी से परेशान पीड़ित पिता ने मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। फतेहगंज पश्चिमी …
बरेली, अमृत विचार। पुलिस की कमीशनखोरी और लापरवाही के कारण फतेहगंज पश्चिमी के एक छात्र की मौत हो गई। पुलिस ने 10 माह बाद भी हादसे की रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। अधिकारियों और थाना पुलिस की अनदेखी से परेशान पीड़ित पिता ने मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
फतेहगंज पश्चिमी के वार्ड नंबर आठ निवासी बुदंन खां ने बताया कि उनका बेटा शमशुद्दीन इंटरमीडिएट का छात्र था। 18 दिसंबर 2019 को वह अगरा से बाइक से घर आ रहा था। रास्ते में एक बाइक सवार ने टक्कर मार दी। हादसे में शमशुद्दीन गंभीर रूप से घायल हो गया।
सीबीगंज की पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन घायल को अस्पताल नहीं ले गई। पुलिसकर्मी घटना का वीडियो बनाने लगे। आरोप है कि घायल की जेब से रुपये भी निकाल लिए गए। पीड़ित ने बताया कि सीबीगंज थाने में तैनात एक दरोगा ने कमीशन लेने के गांधी उद्यान के पास स्थित एक अस्पताल में एंबुलेंस भेजने को फोन किया।
करीब ढाई घंटे बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची। इसके बाद पुलिस घायल शमशुद्दीन को लेकर अस्पताल गई। वहां भर्ती होने के कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। बुंदन खां ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह भी जिक्र किया है कि पुलिस ने उन्हें सूचना तक नहीं दी।
जबकि बेटा घायल अवस्था में उन्हें परिजनों के बारे में जानकारी देता रहा। पुलिस दूसरी बाइक सवार को बचाना चाह रही है। इसलिए रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। 10 माह बाद भी जब न्याय नहीं मिला तो पीड़ित ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
