क्या आपने कभी देखा है सफेद कौआ? रामपुर में राहगीरों ने कैमरे में कैद किया ये नजारा... देखकर आप रह जाएंगे दंग
रामपुर, अमृत विचार। आंबेडकर पार्क के निकट दुलर्भ सफेद कौआ दिखाई देने पर लोग हैरत में पड़ गए। जन्तु वैज्ञानिक इसका नाम अलबिनो क्रो बता रहे हैं। वैज्ञानिक बताते हैं कि अनुवांशिक दोष होने के कारण कौए का रंग सफेद हो जाता है। डीएफओ ने बताया कि लाखों में दो चार कौए सफेद होते हैं।
सिविल लाइंस क्षेत्र स्थित आंबेडकर पार्क के निकट एक नाली के किनारे काले और स्लेटी कौए के साथ सफेद कौए को अपना आहार तलाशते देख लोग हैरत में पड़ गए। क्योंकि रामपुर में इससे पहले कभी सफेद कौआ नहीं देखा गया है। इस मामले में जन्तु वैज्ञानिकों ने बताया कि इस कौए का नाम विज्ञान की पुस्तकों में अलबिनों क्रो है। अनुवांषिक दोष होने के कारण कौए का रंग सफेद हो जाता है।
जन्तु वैज्ञानिक डा. बेबी तबस्सुम ने बताया कि अल्बिनो कौए दुर्लभ हैं, अनुमान है कि 30,000 से 100,000 जन्मों में से एक अल्बिनो होता है। उनके पास पूरी तरह से सफेद पंख, गुलाबी आंखें और पीली चोंच होती है। जबकि, डीएफओ राजीव कुमार ने बताया कि लाखों में दो चार सफेद कौए होते हैं। उन्होंने बताया कि भारत के अलग-अलग राज्यों में सफेद कौए देखे गए हैं। बताया कि अगस्त 2016 में तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक सफेद कौआ देखा गया था। उस समय इसे स्थानीय चिड़ियाघर को दे दिया गया। सफेद कौए को जब बाकी कौओं ने देखा तो हमला कर दिया था इसमें वह घायल भी हो गया था।
जबकि, रामपुर में ऐसा नहीं था सफेद कौआ स्लेटी और काले स्थानीय कौए के साथ घुल मिलकर अपना आहार तलाशने में व्यस्त रहता है। उन्होंने बताया कि अगस्त 2017 में एक दुर्लभ प्रजाति का सफेद कौआ सतना जिले की नागौद तहसील के एक गांव में देखा गया था। सफेद कौए को नियमित तौर पर एक किसान की छत पर अन्य कौओं के साथ आता था। अगस्त 2017 में ही उत्तर प्रदेश के बिजनौर के गांव मुकरंदपुर में एक सफेद कौआ देखा गया था। दिसंबर 2023 में रामपुर में सफेद कौआ देखा गया है।
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