गोंडा: घाघरा के किनारे से एक लाख घनमीटर बालू खोद ले गए खनन माफिया, दो पोकलैंड मशीन व सात ट्रक बरामद
छापेमारी में 50 बीघा से अधिक की जमीन पर मिला अवैध खनन
उमरीबेगमगंज/गोंडा, अमृत विचार। उमरी बेगमगंज थाना क्षेत्र के ऐली परसौली गांव में खनन माफियाओं ने प्रशासन को चकमा देते हुए घाघरा नदी के किनारे बगैर किसी अनुमति के चार हेक्टेयर जमीन खोद डाली और एक लाख घनमीटर बालू निकाल ले गए। बुधवार को खनन निरीक्षक व नायब तहसीलदार उमरी पुलिस के साथ छापेमारी की तो इस खेल का खुलासा हुआ। टीम ने मौके से सात ट्रक व दो पोकलैंड मशीन बरामद की है। टीम ने खनन करा रहे एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ में जुटी है।
जिले के उमरीबेगमगंज का क्षेत्र खनन माफियाओं की गढ़ बना हुआ है। घाघरा नदी के किनारे माफिया बेखौफ होकर खनन का कारोबार कर रहे हैं। प्रतिदिन यहां से सैकड़ों ट्रक बालू निकालकर आसपास से जनपदों में भेजा जा रहा है। खनन निरीक्षक विवेक कुमार के मुताबिक उन्हे इस बात की सूचना मिली थी कि उमरी थाना क्षेत्र में घाघरा नदी के दूसरे छोर पर खनन किया जा रहा है। इस सूचना पर उन्होने बुधवार को तरबगंज तहसील के नायब तहसीलदार चंदन जायसवाल व उमरीबेगमगंज थानाध्यक्ष संजीव वर्मा के साथ खनन स्थल पर छापेमारी की।
अफसरों की टीम खनन स्थल पर पहुंची तो उनके होश उड़ गए। नदी के करीब एक किमी की दूरी पर हुए इस खनन में माफियाओं ने करीब 50 बीघे से अधिक की जमीन को तालाब बना डाला और यहां से एक लाख घनमीटर बालू खोदकर निकाल ले गए। इस जमीन पर करीब 10 फुट से अधिक गहराई में खनन किया गया है। जांच टीम ने एक लाख घनमीटर बालू खनन की पुष्टि की है। टीम ने मौके पर खनन कर रही दो पोकलैंड मशीन व सात ट्रक बरामद किया है।
साथ ही खनन करा रहे अजय कुमार यादव नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि पकड़ा गया आरोपी किसी सफेदपोश के इशारे पर बेखौफ होकर खनन कर रहा था। फिलहाल खनन ,प्रशासन व पुलिस इस मामले की जांच कर रही हैं। खनन निरीक्षक विवेक कुमार ने बताया कि खनन स्थल से सात ट्रक व दो पोकलैंड मशीन पकड़ी गयी है। करीब चार हेक्टेयर में एक लाख घनमीटर बालू का खनन हुआ है। मौके से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
तहसील प्रशासन ने खनन विभाग को पहले ही भेजी थी रिपोर्ट
उमरीबेगमगंज इलाके में हो रहे इस अवैध खनन की जानकारी तहसील प्रशासन को पहले से थी। क्षेत्रीय लेखपाल की रिपोर्ट पर तहसील प्रशासन ने इसकी जानकारी खनन विभाग को 28 नवंबर को ही भेज दी थी लेकिन इस रिपोर्ट पर खनन विभाग ने गौर नहीं किया। रिपोर्ट की अनदेखी के कारण खनन माफिया बेखौफ होकर अपने कार्य को अंजाम देने में जुटे रहे और करीब 50 बीघे से अधिक जमीन को खोदकर तलाबा बना डाला और एक लाख घनमीटर से अधिक बालू निकाल ले गए।
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