'सूरत डायमंड बोर्स नए भारत की ताकत और संकल्प का प्रतीक है', बोले पीएम मोदी
सूरत (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय हीरा और आभूषण कारोबार के लिए दुनिया का सबसे बड़ा और आधुनिक केंद्र ‘सूरत डायमंड बोर्स’ नए भारत की ताकत और संकल्प का प्रतीक है। मोदी ने सूरत के दौरे पर सूरत डायमंड बोर्स और शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। बाद में एक सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सूरत का हीरा उद्योग आठ लाख लोगों को रोजगार दे रहा है और नए बोर्स से 1.5 लाख और नौकरियां पैदा होंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘सूरत की भव्यता में एक और हीरा जुड़ गया है। हीरा कोई छोटा-मोटा नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बेहतरीन हीरा है। इस हीरे की चमक के आगे दुनिया की बड़ी-बड़ी इमारतें तक फीकी पड़ जाती हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जब भी कोई दुनिया में इस डायमंड बोर्स की बात करेगा तो सूरत और भारत का जिक्र आएगा।’’ मोदी ने कहा कि सूरत डायमंड बोर्स भारतीय डिजाइन, डिजाइनर, सामग्री और अवधारणा की क्षमता दिखाता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह इमारत नए भारत की नयी ताकत और संकल्प का प्रतीक है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि सूरत हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा मिला है। दुनिया के सबसे बड़े कार्यालय परिसर वाली सूरत डायमंड बोर्स (एसडीबी) इमारत 67 लाख वर्ग फुट से अधिक के क्षेत्र में फैली है और सूरत शहर के समीप खजोद गांव में स्थित है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह कच्चे और पॉलिश किए गए हीरों के साथ-साथ आभूषणों के व्यापार का एक वैश्विक केंद्र होगा। बयान में कहा गया है कि इसमें आयात और निर्यात के लिए एक अत्याधुनिक ‘सीमा शुल्क मंजूरी गृह’, खुदरा आभूषण व्यवसाय के लिए आभूषण मॉल और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग की सुविधा होगी।
एसडीबी के मीडिया संयोजक दिनेश नवादिया ने हाल में एक बयान में कहा था कि मुंबई के हीरा व्यापारी समेत कई हीरा व्यापारियों ने पहले ही अपने कार्यालयों का कब्जा ले लिया था जो नीलामी के बाद प्रबंधन ने आवंटित किए थे। एसडीबी ‘डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल (ड्रीम) सिटी’ का हिस्सा है।
गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने फरवरी 2015 में एसडीबी और ड्रीम सिटी परियोजना की नींव रखी थी। एक विज्ञप्ति के अनुसार, एसडीबी अब दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय भवन है जिसमें करीब 4,500 हीरा व्यापार कार्यालय हैं। यह विशाल इमारत ड्रीम सिटी के भीतर 35.54 एकड़ जमीन पर बनी है जिसमें 300 वर्ग फुट से लेकर एक लाख वर्ग फुट तक के कार्यालयों के साथ 15 मंजिल वाले नौ टावर हैं।
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