बरेली: उत्तराखंड से आ रहे ओवरलोड डंपरों से सप्ताह भर में तीन हादसे
बहेड़ी सीमा पर हो रहा है गोलमाल, बेकसूर लोगों की जा रही है जान
बरेली, अमृत विचार। उत्तराखंड से रेत-बजरी से ओवरलोड होकर बरेली की सीमा में घुसने वाले डंपरों से लगातार हादसे हो रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में ही तीन बड़े हादसे हुए हैं, ये तीनों डंपर उत्तराखंड से ही आए थे। न सिर्फ ओवरलोडिंग बल्कि रॉयल्टी जमा किए बगैर आने वाले डंपरों और ट्रकों की भी अनदेखी की जा रही है। ये सबकुछ सिस्टम का हाल खुद ब खुद बयां कर रहा है।
शनिवार की देर रात नैनीताल हाईवे पर कार सवार आठ लोगों की बजरी भरे डंपर से टकराकर मौत हो गई थी। इसके बाद डीएम ने परिवहन और खनन विभाग को ओवरलोड खनिज लेकर आने वाले वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। तीन दिन ओवरलोड वाहनों के चालान तो हुए लेकिन उनकी आवाजाही भी जारी रही। बहेड़ी सीमा पर उन्हें क्यों नहीं रोका जा रहा है, ये सारे अफसर जानते हैं मगर निर्देश देने के अलावा कुछ नहीं कर पाते। केसीएमटी की स्कूल बस भी ओवरलोड डंपर से टकराई थी। अब उत्तराखंड से ही आए एक और ओवरलोड डंपर ने मासूम छात्र की जान ले ली।
...ताकि भर सकें कागज का पेट
जिले की सड़कों से रोज हजारों ओवरलोड वाहन गुजरते हैं लेकिन अफसरों की कार्रवाई इतनी ही होती है ताकि कागजों का पेट भरा जा सके। परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक छह और सात दिसंबर को सिर्फ एक-एक बस सीज हुई। नौ दिसंबर को भोजीपुरा हादसा होने के बाद डीएम ने सख्ती दिखाई तो 12 दिसंबर को तीन बसें सीज कर नौ बसों के चालान किए गए। इसके अलावा दस ओवरलोड ट्रकों के चालान कर तीन ट्रक सीज किए। 13 दिसंबर को सात बसों और 16 ओवरलोड ट्रक के चालान के साथ तीन ट्रक सीज किए गए।
ओवरलोडिंग के खिलाफ लगातार चेकिंग कर कार्रवाई की जा रही है। उत्तराखंड से आने वाले ओवरलोड वाहनों को पकड़ने के लिए टोल प्लाजा पर कैमरे लगाने की तैयारी है। - दिनेश कुमार सिंह, आरटीओ प्रवर्तन
उत्तराखंड से खनिज लेकर आने वाले वाहनों की निगरानी करते हैं ताकि बिना रॉयल्टी जमा किए वे न आ सकें। यह बिना रॉयल्टी जमा किए आया था। डंपर मालिक के विरुद्ध रिपोर्ट कराई है। - लालता प्रसाद, जिला खनन अधिकारी
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