मुरादाबाद : 18 आईपीएस ले रहे प्रशिक्षण, साइबर अपराध रोकने पर जोर

प्रशिक्षण : प्रशिक्षुओं को आर्थिक मामले, पुलिस अधिनियम, क्राइम पैटर्न और पब्लिक ऑर्डर की दी जा रही जानकारी

मुरादाबाद : 18 आईपीएस ले रहे प्रशिक्षण, साइबर अपराध रोकने पर जोर

पुलिस अकादमी में निदेशक एडीजी अमित चंद्रा के साथ मौजूद प्रशिक्षु आईपीएस। 

मुरादाबाद, अमृत विचार । डॉ. भीमराव आंबेडकर उप्र पुलिस अकादमी में 18 आईपीएस प्रशिक्षु अधिकारी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन प्रशिक्षुओं को विवेचना, कानून-व्यवस्था बनाए रखने और साइबर क्राइम रोकने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ये नव नियुक्त अधिकारी वर्ष 2021-22 में यूपी आरआर-75 (सीधी भर्ती) बैच के हैं। यह तीन सप्ताह तक पुलिस अकादमी में विभिन्न मामलों पर प्रशिक्षण लेगें। इसके बाद दो सप्ताह का प्रशिक्षण लखनऊ स्थित मुख्यालय पर प्राप्त करेंगे। 

यहां राज्यपाल, मुख्यमंत्री व उच्चाधिकारियों से भेंट भी करेंगे। इसके बाद वह नियुक्त जिलों में जाकर थाना, सर्किल स्तर पर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रशिक्षण लेंगे। अपर पुलिस अधीक्षक एवं प्रशिक्षक महेंद्र कुमार ने बताया कि प्रशिक्षु आईपीएस में सबसे अधिक यूपी के चार और मध्य प्रदेश, राजस्थान व महाराष्ट्र के तीन-तीन अधिकारी हैं। केरल, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश के निवासी एक-एक आईपीएस अधिकारी हैं। यह सभी यूपी कॉडर के लिए प्रदेश में तैनात हुए हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में आईपीएस अधिकारियों को कुल चार सप्ताह का प्रशिक्षण होता था। इसमें तीन सप्ताह तक डॉ. भीमराव आंबेडकर उप्र पुलिस अकादमी में और एक सप्ताह का प्रशिक्षण राज्य मुख्यालय पर लेना होता था लेकिन, नई व्यवस्था में राज्य मुख्यालय स्तर पर प्रशिक्षण की अवधि एक सप्ताह और बढ़ गई है। 

अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रशिक्षु आईपीएस को बजट, स्थानीय अधिनियम, आर्थिक मामले, पुलिस अधिनियम, क्राइम पैटर्न और पब्लिक ऑर्डर आदि विषयों पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार ने प्रशिक्षुओं से कहा कि यदि आपने उनके एक भी लेक्चर को ढंग से सीख लिया तो निश्चित ही संबंधित मामले में कभी असफल नहीं होंगे। इसलिए प्रशिक्षुओं को पूरी लगन के साथ सभी विषयों पर लेक्चर को ध्यान से सुनने और सवाल-जवाब करने की सीख दी।

अकादमी के सीओ हरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि प्रशिक्षुओं को स्टेट लॉ, कानून व्यवस्था के प्रति ट्रेंड किया जा रहा है। राज्य एक्ट और अर्थ नियमावली समझाई जा रही है। आए दिन होने वाले चुनौतियां जैसे साइबर क्राइम व अन्य अपराध रोकने के तरीके समझाए जा रहे हैं। बढ़ रहे साइबर क्राइम से बचाव के लिए लोगों को किस तरह से जागरूक करना है और अपराधी को कैसे वॉच करना और अन्य कार्रवाई किस तरह से की जानी है, ये सब समझाया जा रह है।

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