हेटस्पीच से राजनीतिक लाभ लेने वालों पर चुनाव लड़ने पर लगे पाबंदी, राज्यसभा में प्रमोद तिवारी ने की मांग

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लालगंज/प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने राजनीतिक लाभ के लिए हेटस्पीच को देश के लिए गंभीर मुद्दा बताया। गुरुवार को राज्यसभा में उन्होंने इस महत्वपूर्ण विषय पर बोलते हुए कहा कि हेटस्पीच के कारण देश में दंगे फसाद तथा उत्तेजना का माहौल बढ़ना गंभीर चिन्ता का विषय है।

सदन में बोलते हुए कहा कि संविधान सभी को अपने धर्म और आस्था का अधिकार प्रदान करता है। पूर्व योजित ढंग से अगर किसी के धर्म व आस्था को ठेस पहुंचायी जाय तो अभी आईपीसी की धारा में 153 के तहत केस दर्ज किया जाता है। फिर भी चिन्ताजनक स्थिति यह है कि कानून की अस्पष्टता के कारण सिर्फ राजनैतिक लाभ हासिल करने के लिए इसका दुरूपयोग हो रहा है।

उन्होंने विधि आयोग की रिर्पाेट के हवाले से सदन को बताया कि बीते वर्ष 2014 में 331 हेटस्पीच से जुड़े मामले को लेकर केस दर्ज हुआ है। वहीं 2020 में यह छह गुना 1804 के आंकड़े पर पहुंच गया। सांसद प्रमोद ने कहा कि 2022 में हेटस्पीच को लेकर पन्द्रह सौ तक मामले दर्ज हुए हैं।

प्रमोद तिवारी ने संसद में हेटस्पीच को लेकर सख्त कानून बनाए जाने की मांग उठाते हुए सरकार से कहा कि वह हेटस्पीच पर एक ऐसा कठोर कानून लाये जिसमें हेटस्पीच देने वाले लोग आम चुनाव लड़ने से प्रतिबन्धित किया जाय। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगा मेड़ी की हत्या की भी कठोर शब्दों में निंदा की है। यह वक्तव्य मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल ने जारी किया।

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