सितारगंज अस्पताल में चार वर्ष बाद हुए ऑपरेशन
सितारगंज, अमृत विचार। सितारगंज अस्पताल के नए भवन के लोकार्पण के दो दिन बाद ऑपरेशन शुरू हो गए हैं। मंगलवार को किच्छा से आए सर्जन डॉ. अश्वनी कुमार चौबे ने 18 महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन किए। सभी महिलाओं को नए बने महिला वार्ड में भर्ती किया गया है।
सितारगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछले कुछ वर्षों में रेफर सेंटर रह गया था। पहले सीएमएस हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. हर्ष सिंह ऐरी के कार्यकाल में ऑपरेशन होते थे। उनके स्थानान्तरण के बाद व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हो गई। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की पहल पर बाला एक्शन कंपनी के सहयोग से अस्पताल में नया भवन व आधुनिक उपकरण स्थापित हुए हैं। तीन दिसम्बर को लोकार्पण व भवन हस्तान्तरण की कार्रवाई पूरी हो गई है।
सामुदायिक अस्पताल को उप जिला चिकित्सालय में भी अपग्रेड कर 90 बेड स्थापित हो गए हैं। सीएमएस डॉ. अभिलाषा पांडे ने बताया कि मंगलवार को शिविर लगाकर 18 नसबंदी ऑपरेशन किए गए हैं। सितारगंज अस्पताल में निश्चेतक चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कूट की तैनाती हो गई है। अभी सर्जन की तैनाती नहीं होने के कारण किच्छा से आए सर्जन ने ऑपरेशन किए। सभी को ऑपरेशन के बाद नए बने वार्ड में शिफ्ट किया है। इधर अस्पताल को उप जिला चिकित्सालय में अपग्रेड करने के बाद जल्द ही नए पद सृजित होने की उम्मीद है। इसमें सर्जन समेत विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती होगी।
