Kanpur Farmer Suicide Case: किसान बाबू सिंह की बेटियों को मिली धमकी... पुलिस पर संरक्षण देने का लगाया आरोप
कानपुर में किसान बाबू सिंह की बेटियों को मिली धमकी।
कानपुर में किसान बाबू सिंह की बेटियों को धमकी मिली। बेटियों ने प्रकरण में पुलिस की भूमिका की जांच की मांग की है।
कानपुर, अमृत विचार। चकेरी के किसान बाबू सिंह यादव की आत्महत्या के मामले में पीड़ित परिवार ने खुद को पार्टी से निष्कासित भाजपा नेता व बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. प्रियरंजन अंशु दिवाकर और उसके सहयोगियों से खतरा बताते हुए पुलिस प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। बेटियों ने प्रकरण में पुलिस की भूमिका की जांच की मांग की है। आरोप है कि सरकार और पुलिस का संरक्षण उसे मिला है इसीलिये उन लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है।
नौ सितंबर को किसान बाबू सिंह ने मुख्यमंत्री के नाम सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में आरोपी डॉ प्रियरंजन अंशु दिवाकर पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। घटना के 85 दिन बीतने के बाद भी उसकी बेटियों ने न्याय न मिलने पर पुलिस और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
बेटियों का कहना है कि अंशु को पुलिस और सरकार का संरक्षण प्राप्त है। वह पिता की आत्महत्या के बाद अहंकार में है। आरोप लगाया है कि अंशु लगातार अज्ञात लोगों से परिवार को धमकी दे रहा है। पुलिस ने सुरक्षा देकर केवल खानापूर्ति कर दी। लेकिन जो वह कर रहा उसपर कोई कार्रवाई नहीं की।
बेटियों का कहना है कि बीती 13 सितंबर को प्रियरंजन अंशु विवेचक से दोस्त के घर बैठघर घंटों मुलाकात कर ले और पुलिस उसे गिरफ्तार भी न करे यह कैसे संभव है। बेटियों ने सरकार और पुलिस पर संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए विवेचक से आशु दिवाकर की मुलाकात के दावे की जांच की मांग की है।
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