मणिपुर में जातीय संघर्ष के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराने वालों पर बीरेन सिंह ने साधा निशाना, कहा- मैं खुद से पूछता रहा कि...

इम्फाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शुक्रवार को उन लोगों पर तीखा हमला बोला जिन्होंने राज्य में जातीय संघर्ष के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराया था। सिंह ने यहां पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पिछले छह महीनों में, मैं खुद से पूछता रहा कि हमने क्या गलती की? क्या अवैध प्रवासियों की पहचान करने के लिए अभियान शुरू करना एक गंभीर गलती थी...।’’
सिंह ने सवाल किया, ‘‘क्या युवाओं को बचाने के लिए नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान शुरू करना गलती थी। क्या बड़े पैमाने पर वनों की कटाई को रोकना भी गलती थी, जिसने न केवल प्राकृतिक सुंदरता को नष्ट किया, बल्कि नए गांवों का उदय हुआ और बड़े पैमाने पर पोस्त की खेती हुई।’’
सिंह ने कहा, ‘‘मेरी अंतरात्मा साफ है। मैं गलत नहीं हूं। भाजपा गलत नहीं है। भाजपा की एकमात्र गलती राज्य के मूल लोगों की रक्षा के लिए ऐसी पहल करना है। यदि पार्टी और सरकार ने ये कदम नहीं उठाए होते, तो एक दशक बाद राज्य की स्थिति की कल्पना करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा एकजुट मणिपुर के लिए काम करेगी। कोई अन्य पार्टी नहीं है जो राज्य के लोगों को बचा सके।’’ उन्होंने इनर लाइन परमिट के क्रियान्वयन और राज्य के अधिकांश घाटी क्षेत्रों से अफ्सपा (सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम) को हटाने सहित लोगों के कल्याण के लिए भाजपा द्वारा किए गए कार्यों पर जोर दिया।’’ सिंह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने भारत-म्यांमा सीमा के मणिपुर खंड के लगभग 100 किलोमीटर हिस्से में बाड़ लगाने की मंजूरी दे दी है।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘किस पार्टी या सरकार ने अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए बायोमेट्रिक अभियान शुरू किया था। आज हम जो अशांति देख रहे हैं वह ऐसे अभियानों के कारण है।’’ केंद्र और यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट के बीच हालिया शांति समझौते पर सिंह ने कहा, ‘‘शांति समझौता कोई तात्कालिक चीज नहीं है। इस तरह के समझौते में तीन से चार साल लग गए।’’
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