अजहरुद्दीन तेलंगाना विधानसभा चुनाव में अपनी जीत के प्रति आश्वस्त, कहा- AIMIM उन्हें ‘बाउंसर’ गेंद डालकर...

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Published By Moazzam Beg
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नई दिल्ली। क्रिकेटर से राजनीतिक नेता बने मोहम्मद अजहरुद्दीन तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जुबली हिल्स सीट पर अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं और उन्हें विश्वास है कि उनके घरेलू मैदान में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) उन्हें ‘बाउंसर’ गेंद डालकर छका नहीं पाएगी। 

कांग्रेस प्रत्याशी अजहरुद्दीन का मानना है कि असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी एआईएमआईएम का एकमात्र लक्ष्य वोट काटना तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की ‘बी-टीम’ के रूप में काम करना है। कभी क्रिकेट के मैदान पर अपनी कलात्मक बल्लेबाजी और गेंद कैच करने के हुनर के लिए सराहे जाने वाले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान को तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने का विश्वास है। 

उन्होंने कहा कि वह ‘फ्रंट फुट’ पर खेल रहे हैं, लेकिन जब गेंद मारने लायक होती है तो वह उस पर ‘बैक फुट’ से प्रहार करते हैं। हैदराबाद से बल्लेबाज रहे अजहरुद्दीन ने अपने शानदार खेल से क्रिकेट में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। लगातार तीन शतकों के साथ अपने क्रिकेट करियर की विस्फोटक शुरुआत की तरह ही उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी भी शुरू की और 2009 में उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट से जीत दर्ज की।

हालांकि, वह 2014 में राजस्थान के टोंक-सवाई माधोपुर से चुनाव हार गए और धैर्यपूर्वक इंतजार करने के बाद अब वह तेलंगाना में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह सिकंदराबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जुबली हिल्स विधानसभा सीट राज्य में सत्तारूढ़ बीआरएस से छीनने के लिए प्रयासरत हैं। 

अजहरुद्दीन ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि उनका चुनाव प्रचार अभियान वास्तव में अच्छा चल रहा है और लोगों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र में उनका एजेंडा विकास का है, जिसमें जल निकासी और जलापूर्ति की समस्या तथा बढ़ते ‘हुडदंग’ मुख्य मुद्दे हैं जिनसे निपटने की आवश्यकता है।

अजहरुद्दीन ने कहा कि मुख्य रूप से उनका ध्यान इन मुद्दों पर रहेगा। सत्तारूढ़ बीआरएस के मौजूदा विधायक मगंती गोपीनाथ से पहले से कड़ी चुनौती का सामना कर रहे अजहरुद्दीन को अब चुनाव मैदान में एआईएमआईएम के उतरने के कारण त्रिकोणीय मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है। 

एआईएमआईएम ने मोहम्मद रशीद फराजुद्दीन को टिकट दिया है जबकि पिछली बार उसने इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। सिकंदराबाद लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं। एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, अजहरुद्दीन पर हमला करते रहे हैं और इस सप्ताह की शुरुआत में उन्होंने कहा था कि वह (अजहरुद्दीन) एक ‘असफल राजनेता’ हैं। 

एआईएमआईएम द्वारा जुबली हिल्स से अपना उम्मीदवार खड़ा करने के बारे में पूछे जाने पर अजहरुद्दीन ने कहा, ‘‘वे वही कर रहे हैं जो इतने सालों से करते आ रहे हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है। उनका एकमात्र काम वोट काटना है और वह इससे बहुत खुश हैं, उन्हें इससे संतुष्टि मिलती है।’’ कांग्रेस के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि एआईएमआईएम भाजपा और बीआरएस की ‘बी-टीम’ की भूमिका निभा रही है, अजहरुद्दीन ने कहा, ‘निश्चित रूप से।’ 

यह पूछे जाने पर कि क्या वह एआईएमआईएम द्वारा उन्हें डाली जाने वाली ‘बाउंसर’ गेंदों का सामना कर लेंगे, इसके जवाब में अजहर ने चुटकी लेते हुए कहा कि पार्टी ‘बाउंसर’ डालकर उन्हें छका नहीं पाएगी। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘‘वे क्रिकेटर नहीं बन सकते। मैं एक क्रिकेटर और राजनीतिक नेता, दोनों हूं। उन्हें यह याद रखना चाहिए।’’ उन्होंने स्वीकार किया कि विधानसभा चुनाव लड़ना संसदीय चुनाव लड़ने से पूरी तरह से एक अलग चुनौती और अनुभव है, लेकिन वह इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। 

उन्होंने भरोसा जताया कि बीआरएस इस बार इस सीट पर हार जाएगी, और उन्होंने अपनी अनूठी शैली में कहा, ‘इंशा अल्लाह।’ अजहरुद्दीन 2018 से कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। अजहरुद्दीन ने पी विष्णुवर्धन रेड्डी को पछाड़कर जुबली हिल्स सीट से कांग्रेस का टिकट हासिल किया। रेड्डी ने 2004 और 2009 में इस सीट से जीत हासिल की थी, लेकिन 2014 और 2018 में बीआरएस के गोपीनाथ से हार गए। तेलंगाना की 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 30 नवंबर को होगा और मतगणना तीन दिसंबर को होगी। 

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