अयोध्या में बोले केंद्रीय मंत्री मुंडा- प्रधानमंत्री ने दी खेल और खिलाड़ियों को प्राथमिकता
धनुर्धर श्रीराम की जन्मभूमि प्रतियोगिता का आयोजन सौभाग्य की बात
अयोध्या, अमृत विचार। भगवान श्रीराम भी धनुर्धर थे। उन्हीं की जन्मभूमि प्रतियोगिता का आयोजन खिलाड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। ये बातें केंद्रीय जनजातीय मंत्री व भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने शनिवार को राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में कहीं।
उन्होंने अयोध्या में पहली बार हो रही नेशनल सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता आगाज धनुष से तीर छोड़कर किया। 25 से 29 नवंबर तक होने वाली स्पर्धा का आयोजित प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए 35 राज्यों की 42 टीमों के लगभग 1200 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। देश भर के धनुर्धरों का जमावड़ा से लग रहा है कि मानो तीरंदाजी प्रतियोगिता का कुंभ चल रहा हो।
खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेल और खिलाड़ियों को हमेशा प्राथमिकता दी है। खेल बजट तीन गुना बढ़ाकर तीन हजार करोड़ कर दिया। उसी का परिणाम है कि खिलाड़ी लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं। तीरंदाजी एक ऐसा खेल है, जिसके माध्यम से हम पौराणिक संस्कृति से जुड़ते हैं। जल्द ही जोनल व प्रांतीय स्तर पर भी खेलों को भी आगे लाया जाएगा।

सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि तीरंदाजी पहले देश का महत्वपूर्ण अंग था। एकलव्य जब तीरंदाजी की कला सीखने गए थे तो द्रोणाचार्य ने प्रशिक्षण देने से मना कर दिया था। उस दौरान एकलव्य ने उनकी मूर्ति बनाकर धनुष-बाण चलाना सीखा था। इसके बाद गुरु दक्षिणा में अपना अंगूठा काटकर दिया था। सांसद ने कहा कि तीरंदाजी को अब गांव-गांव तक ले जाने का काम किया जाएगा।
इससे पहले मेरठ के गुरुकुल प्रभात आश्रम के कुलाधिपति स्वामी विवेकानंद महाराज की अगुवाई में वैदिक मंत्रों के बीच भूमि पूजन किया गया। कार्यक्रम में नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रुदौली विधायक रामचंद्र यादव, तीरंदाजी संघ के महासचिव अजय गुप्ता, मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीन कुमार, डीएम नितीश कुमार, एसएसपी राजकरण नैय्यर, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष अवधेश बादल व अन्य मौजूद रहे।
प्रदेश में खेल विकास प्राधिकरण का गठन जल्द: गिरीश चंद्र
समारोह में पहुंचे बतौर विशिष्ट अतिथि प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि जल्द ही प्रदेश में खेल विकास प्राधिकरण का गठन कराएंगे। जिससे गरीब खिलाड़ियों को मदद मिलेगी। एकलव्य क्रीड़ा कोष का गठन किया जाएगा, ताकि दुर्घटनाग्रस्त खिलाड़ियों को पांच लाख रुपये तक की मदद मिल सके। उत्तर प्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों की मांग पर उन्हें ट्रेनों में थ्री टायर एसी कोच से यात्रा करने की व्यवस्था कराई है। आज प्रदेश के युवा खिलाड़ी देश-दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं। हाल ही संपन्न हुए एशियन गेम्स में प्रदेश के 25 फीसदी खिलाड़ी सफल हुए हैं।
अब तक 72 तीरंदाजों को दी गई नौकरी : अवस्थी
उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष व आईएएस अवनीश अवस्थी ने कहा कि प्रदेश सरकार भी खिलाड़ियों पर हमेशा मेहरबान रही है। अब तक 72 तीरंदाजों को नौकरियां दी गई हैं। स्वामी विवेकानंद महाराज ने खिलाड़ियों को तीरंदाजी में भागीदारी का अवसर दिया। जब-जब खिलाड़ी मेडल जीतकर आए उनका सम्मान कराया।
अयोध्या का धनुण बाण से पुराना नाता : खेल सचिव
प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण के सचिव सुहास एलवाई ने कहा कि अयोध्या का धनुण बाण से पुराना नाता रहा है। टीवी में देखा करते थे कि अर्जुन ने धनुष विद्या में कैसे नाम कमाया है। अब तीरंदाजी प्रतियोगिता होने लगी है, जिसमें मानसिक रूप से सृदृढ रहना पड़ता है। आज प्रदेश के खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं।
स्वामी विवेकानंद, बोले-सारे मेडल हमें ही चाहिए
मेरठ के गुरुकुल प्रभात आश्रम के कुलाधिपति स्वामी विवेकानंद महाराज ने संबोधन से पहले दो मिनट तक लगातार ऊं का उच्चारण किया। उसके बाद उन्होंने कहा कि सन 2000 में मैं न्यूयार्क के सर्वधर्म सम्मेलन में गया था। उस दौरान व्हाइट हाउस देखा। सभी नतमस्तक हो रहे थे। उसी दिन मैंने प्रण किया कि भारत के सामने भी सभी को झुकाऊंगा।
इसलिए ऐसा ही तीर्थस्थल भारत में बनाने की कल्पना कर रहा हूं। आने वाले दिनों में तीरंदाजी एक ऐसा ही तीर्थस्थल बनेगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें ऐसे खिलाड़ी तैयार करने हैं कि आने वाले दिनों में देश-विदेश में होने वाली प्रतियोगिताओं में सारे मेडल हमारे पास ही आएं।
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