लखनऊ: माध्यमिक शिक्षा विभाग में हुआ एनपीएस घोटाला, जिला विद्यालय निरीक्षक ने दिए एफआईआर दर्ज कराने के आदेश
रवि शंकर गुप्ता, लखनऊ। राजधानी के माध्यमिक शिक्षा विभाग में नई पेंशन स्कीम एनपीएस के तहत एक घोटाला सामने आया है। मामले की जानकारी होने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने एफआईआर दर्ज कराने के आदेश जारी कर दिए हैं। इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक ने वरिष्ठ सहायक सर्वेश निगम, कनिष्ठ सहायक आशीष कुमार से 24 घंटे में जवाब देने को कहा है। इसके अलावा एफआईआर दर्ज करने को कहा है।
बता दें कि एक अप्रैल 2005 के पश्चात नियुक्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों के लिये शासन द्वारा न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) की धनराशि को विभागीय नियमों के आलोक में नियमित निवेशित करने एवं नियमित खातों में जमा कराये जाने के सम्बन्ध में शासन विभाग स्तर से अलग अलग पत्रों के माध्यम से आदेश प्रदान किये गये हैं, लेकिन शिक्षकों एवं कर्मचारियों पर लागू न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) के अन्तर्गत नियुक्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों की धनराशि को सम्बन्धित शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सहमति प्राप्त किये बिना ही निजी कम्पनियों में निवेशित किये जाने की जानकारी सामने आयी है।
जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया संज्ञान में आया है कि लखनऊ में भी एनपीएस की धनराशि निजी बैंकों में निवेशित की गयी है। पेंशन निदेशालय से प्राप्त सूचनानुसार माह अप्रैल, मई एवं जून 2022 में 287 शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के एनपीएस की धनराशि निजी बैंक में निवेशित की गई है। लेकिन इस संबंध में शिक्षक और कर्मचारियों की सहमति संबंधी कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ऐसे में दोनों ही बाबुओं से जवाब तलब करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक 24 घंटे में जवाब मांगा है।
डीआईओएस राकेश कुमार ने बताया अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों से सम्बन्धित एनपीएस सम्बन्धी कार्य व्यवहरित किया गया था। ऐसे में 24 घंटे में दोनों ही बाबू से जवाब मांगा गया है। साथ ही एफआइआर दर्ज करने के लिए भी कहा गया है।
यह भी पढ़ें: रायबरेली सेंट्रल बार एसोसियेशन का चुनाव दो दिसंबर को, तीन को होगी मतों की गिनती