सपा पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने साधा निशाना, कहा - अपना दल से इतना प्रेम समझ से परे

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
On

लखनऊ, अमृत विचार। अपना दल आज अपना स्थापना दिवस मना रहा है। जिसको लेकर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अपना दल कमेरावादी कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। जिसमें मुख्य अतिथि सपा मुखिया अखिलेश यादव हैं। वहीं इस आयोजन पर अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ये जो समाजवादी पार्टी का प्रेम अपना दल के लिए उमड़ रहा है। वो समझ से परे है। 

उन्होंने कहा कि अपना दल के स्थापना दिवस पर एक और कार्यक्रम हो रहा है। जिसमें समाजवादी पार्टी की भागीदारी है।  अपना दल का गठन डॉ सोनेलाल पटेल ने कई साल पहले किया था। लेकिन उनके जीवनकाल में कभी भी समाजवादी पार्टी का प्रेम उमड़कर सामने नहीं आया और न ही सपा ने कभी गठबंधन किया। उन्होंने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी ने तो अपना दल के सिंबल पर डॉ सोनेलाल पटेल की बेटी को चुनाव भी नहीं लड़ने दिया और सपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़वाया। डॉ सोनेलाल पटेल की राजनैतिक यात्रा की यादों को सहेजने के लिए, समाज के वंचित तबकों के लिए उन्होंने जो संघर्ष किया उनके योगदान को याद करने के लिए समाजवादी पार्टी ने कभी भी कोई कदम नहीं उठाया। 

भारतीय जनता पार्टी के साथ अपना दल का गठबंधन साल 2007 में हुआ। इस दौरान अपना दल का प्रत्याशी अपना दल के सिंबल पर ही चुनाव लड़ा। 2014 से लगातार बीजेपी के साथ अपना दल गठबंधन में चुनाव लड़ रही है और अपना दल के विधायक और सांसद प्रत्याशी अपना दल के सिंबल पर ही चुनाव लड़े। लेकिन समाजवादी पार्टी ने न कभी गठबंधन किया, न कभी हमारे सिंबल पर किसी को लड़ने दिया और न ही डॉ सोनेलाल पटेल की यादों को सहेजने का कोई काम किया। इसीलिए सपा का जो ये नया नया प्यार उमड़ रहा है ये हमारे समझ से परे है। अपना दल का जो सिपाही है और डॉ सोनेलाल पटेल की विचारधारा का अनुयायी है। वो पूरी तरह से इस कुचक्र को समझ रहा है।

अनुप्रिया पटेल ने आगे कहा कि सपा आज पीडीए की बात कर रही है। अगर इनको पिछड़ों की इतनी चिंता थी तो यूपीए की सरकार में इन्होंने नीट में ओबीसी आरक्षण की बात क्यों नहीं उठाई। अगर पिछड़े दलित और आदिवासी की इतनी चिंता है तो यूपी में इनकी कई बार सरकार बनी तब इन्होंने जातिगत जनगणना क्यों नहीं कराई। आज विपक्ष में हैं तो जातीय जनगणना और पीडीए याद आ रहा है। जब सत्ता में थे तब जातीय जनगणना और पीडीए क्यों नहीं याद आया।

अनुप्रिया पटेल ने समाजवादी पार्टी से सवाल करते हुए कहा कि अगर सपा की सरकार बनती है तो क्या पीडीए का कोई मुख्यमंत्री बनेगा। उन्होंने कहा कि अपना दल ने सत्ता में रहते हुए जातीय जनगणना की मांग उठाई और जबसे हमारी पार्टी का गठन हुआ है तबसे हम इसकी मांग करते आ रहे हैं। डॉ सोनेलाल पटेल की यादों को सहेजने का काम मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने किया। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में जहां हमारी पार्टी का इतिहास है। जहां से हमारी पार्टी का पहला विधायक जीता था। वहां पीएम मोदी ने बन रहे मेडिकल कॉलेज का नाम डॉ सोनेलाल पटेल के नाम पर किया। इसके अलावा हमारी फूलपुर सड़ाव की सड़क का नामकरण योगी आदित्यनाथ की सरकार में किया गया। ये जो पीडीए के नाम पर दिखावा हो रहा है। अपना दल के प्रति प्रेम का दिखावा हो रहा है। इसे अपना दल के कार्यकर्ता और सिपाही भलेभांति समझते है इससे कोई असर नहीं पड़ने वाला।


ये भी पढ़ें -अपना दल आज लखनऊ में मना रहा स्थापना दिवस, अखिलेश यादव हैं मुख्य अतिथि       

 

संबंधित समाचार