लखीमपुर-खीरी: खाद्य आयुक्त ने क्रय केंद्रों पर धीमी धान खरीद होने पर जताई नाराजगी 

Amrit Vichar Network
Published By Om Parkash chaubey
On

किसानों से संपर्क कर उनका धान खरीदने के लिए केंद्र प्रभारियों को दिए निर्देश

 लखीमपुर खीरी, अमृत विचारः खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त सौरभ बाबू ने शुक्रवार को जनपद का दौरा कर सरकारी धान खरीद का हाल जाना। उन्होंने सबसे पहले मंडी समिति राजापुर का निरीक्षण किया, जहां पर खुले 35 क्रय केंद्रों पर अब तक हुई धान खरीद की जांच पड़ताल की। साथ ही आढ़तों पर व्यापारियों द्वारा खरीदे जा रहे धान की कीमतों के बारे में पड़ताल की।

क्रय केंद्रों पर धीमी गति से धान खरीद होने पर खाद्य आयुक्त ने नाराजगी जताई और केंद्र प्रभारियों को काम न करने के लिए फटकार भी लगाई। उन्होंने केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिए कि पिछले वर्ष धान बेचने वाले किसानों को फोन करके उनका धान खरीदने के लिए केंद्र पर बुलाएं। एक टिनशेड में आसपास ही 13 क्रय केंद्र खोले जाने पर खाद्य आयुक्त ने सवाल उठाए और उन्हें पर्याप्त स्थान उपलब्ध कराने के लिए मंडी सचिव को निर्देश दिए। 

जनपद में 2.50 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य मिला है, जिसके लिए 169 क्रय केंद्र खोले गए हैं। इन क्रय केंद्रों पर धान खरीद की स्थिति जानने के लिए शुक्रवार को दौरे पर आए खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू ने सबसे पहले मार्केटिंग के क्रय केंद्र प्रथम का निरीक्षण किया, जहां पर छह किसानों से धान खरीद होना पाया गया। आयुक्त ने कम किसानों से खरीद होने पर केंद्र प्रभारी केके पाठक से जवाब-तलब किया। केंद्र प्रभारी ने बताया कि क्रय केंद्रों पर किसान आ नहीं रहे हैं।

इस पर आयुक्त ने पिछले वर्ष धान बेचने वाले किसानों की सूची के मोबाइल नंबर पर फोन करके उनसे धान खरीद करने के निर्देश दिए और इस वर्ष धान बेचने वाले कुछ किसानों के मोबाइल पर फोन मिलाकर उनसे फीडबैक भी लिया। इसके बाद आयुक्त ने आढ़त पर व्यापारियों द्वारा खरीदे जा रहे धान की क्वालिटी को देखा और रेट के बारे में पूछा।

तो पता चला कि 1700 से 1800 रूपये प्रति क्विंटल में धान व्यापारियों द्वारा खरीदा जा रहा है। उन्होंने मंडी सचिव से नीलामी के बारे में पूछा। इसके बाद आयुक्त ने पीसीएफ, पीसीयू व यूपीएसएस के क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया, जहां एक ही टिनशेड के नीचे 13 क्रय केंद्र बिलकुल आसपास सटे हुए मिले।

इस पर उन्होंने मंडी सचिव से कहा कि क्रय केंद्रों को पर्याप्त जगह उपलब्ध कराएं। इन क्रय केंद्रांे पर एक-दो किसानों से ही धान खरीद होना पाए जाने पर आयुक्त ने नाराजगी जताई और कहा कि लगता है केंद्र प्रभारी काम करना नहीं चाहते हैं। उन्होंने केंद्र प्रभारियों को संपर्क रजिस्टर बनाकर किसानों से बात करने के निर्देश दिए और किसानों को केंद्र पर बुलाकर उनका धान खरीदने के लिए कहा।

आयुक्त ने क्रय केंद्र प्रभारियों से पिछले वर्ष धान बेचने वाले किसानों की सूची दिखाने के लिए कहा, तो कुछ प्रभारी दिखा नहीं सके। कुछ केंद्रों के इलेक्ट्रानिक कांटे भी बंद मिले। 
आयुक्त ने मंडी समितियों में धान आवक ज्यादा होने और क्रय केंद्रों पर धान की आवक कम होने पर साथ में मौजूद डिप्टी आरएमओ संतोष पटेल व मंडी सचिव सुधांशु कुमार से जवाब तलब किया। इस पर मंडी सचिव ने बताया कि पड़ोसी जनपदों सीतापुर व बहराइच के किसान व ग्राम व्यापारी धान लाते हैं, जिससे मंडी में धान की अच्छी आवक हो रही है।

दूसरे जनपद के किसान क्रय केंद्र पर धान बेच नहीं सकते हैं, जिससे वह व्यापारी केे पास धान बेचते हैं। मंडी सचिव ने बताया कि जिले की सभी छह मंडियों में अब तक कुल 2,88,551 क्विंटल धान की आवक हुई है, जिसमें से राजापुर मंडी में 1,72,127 क्विंटल धान आ चुका है। इसके बाद आयुक्त का काफिला गोला मंडी समिति में धान खरीद की जांच पड़ताल के लिए रवाना हुआ। रास्ते में साधन सहकारी समिति गणेशपुर ढसरापुर में धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया।

इसके बाद गोला मंडी समिति में क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया, वहां भी क्रय केंद्रों पर धान खरीद कम होने से नाराजगी जताई। प्रतिदिन चार-पांच किसानों को क्रय केंद्र पर बुलाकर उनका धान खरीदने के निर्देश केंद्र प्रभारियों को दिए। इस दौरान आरएफसी संतोष कुमार, एआर कोआपरेटिव पीके शुक्ला, पीसीएफ आरएम अंकुर कंचन, पीसीयू प्रबंधक पंकज सिंह, डीएसओ अंजनी कुमार सिंह, एएमओ प्रमोद गुप्ता, तहसीलदार सुशील प्रताप सिंह मौजूद रहे। 

62 क्रय केंद्रों पर धान खरीद शून्य:  खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू ने जिले में अब तक हुई धान खरीद की समीक्षा की, जिसमें पाया कि 62 क्रय केंद्रों पर अभी तक एक भी किसान से धान खरीद नहीं की गई है। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए केंद्र प्रभारियों को संपर्क रजिस्टर बनाकर प्रतिदिन चार-पांच किसानों से बात करने के निर्देश दिए गए। साथ ही इन केंद्रों पर जल्द खरीद शुरू कराने के निर्देश संबंधित क्रय एजेंसियों के प्रबंधकों को दिए। समीक्षा में 691 किसानों से 5500 मीट्रिक टन धान खरीद होना पाया गया। 

ये भी पढ़ें - लखीमपुर खीरी: तीन लाख रुपए जमा करने गया मुनीम रहस्यमय ढंग से लापता, खड़ी मिली बाइक

संबंधित समाचार