वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में भोर की आरती के लिए उमड़ा जनसैलाब, हर-हर महादेव के लगे जयकारे

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Published By Sachin Sharma
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वाराणसी। रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला के बाद भोर की आरती के लिए शुक्रवार की सुबह अपार जन सैलाब उमड़ा। भोर में ही लाखों की संख्या में लोग आरती देखने पहुंचने लगे थे और जय श्री राम, सिया बलराम चंद्र की जय, हर-हर महादेव से चारों दिशाएं गूंज रही थी। 

वाराणसी में परंपराओं की रामलीला के कई चरणों में आयोजित होने वाले रामलीला की परंपराओं में से एक भोर की आरती होती है। यह आरती सूर्योदय के दौरान होती है। जिसमें पूरी काशी सदियों से इसी तरह उमड़ती रही है। रामनगर में धार्मिक अनुष्ठान के रुप में पूरे संसार में अपनी पहचान पा चुकी रामनगर की रामलीला में हर कोई शामिल होना चाहता है। एक माह तक चलने वाली रामलीला में आरती बड़ा महत्व रखता है। 

श्रीराम के राज्याभिषेक के सुबह की आरती (भोर की आरती) तो अद्भुत होती हैं। विश्व प्रसिद्ध 'रामनगर की रामलीला' की भोर की आरती में शुक्रवार की सुबह मानो पूरी काशी आरती का हिस्‍सा बनने के लिए उमड़ पड़ी। यह आरती सूर्योदय के दौरान उग रहे सूर्य के लिए विशेष अनुष्‍ठान के तौर पर आयोजित की जाती है। जिसमें समूचा नगर सदियों से इसी तरह उमड़ता रहा है।

भोर की आरती में जन सैलाब उमड़ा तो आस्‍था का रेला गांव गली और मोहल्‍लों से होता हुआ रामलीला स्‍थल की ओर पहुंच गया। आरती के लिए घंटा घडि़याल का दौर शुरू हुआ तो आस्‍था का दूर दूर तक कहीं ओर छोर नजर नहीं आ रहा था। रामलीला में राज्याभिषेक की आरती शुक्रवार को तड़के लगभग साढ़े पांच बजे आरती के लिए रामनगर दुर्ग से अनंत नारायण सिंह राजपरिवार के सदस्यों व दरबारियो के साथ पैदल चलकर लीला स्थल अयोध्या मैदान पहुंचे। 

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