लखनऊ : जयकारों के साथ मां दुर्गा की प्रतिमाओं का हुआ विसर्जन, भावुक हुए भक्त
लखनऊ, अमृत विचार। शारदीय नवरात्रि में नौ दिनों तक चली मां दुर्गा की पूजा-आराधना संपन्न हुई। विजयदशमी के दिन धूम-धाम से मां दुर्गा को पूरे विधि-विधान से विदा किया गया। राजधानी लखनऊ में मंगलवार को नवरात्रि में स्थापित प्रतिमाओं का जयकारे के साथ विसर्जन किया गया। बता दें कि लखनऊ में मां की प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर कुड़ियाघाट, झूलेलाल घाट और लक्ष्मण झूला मैदान में नगर निगम की ओर से अस्थाई विसर्जन स्थल बनाये गए है। वहीं सुबह से ही लोग मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के लिए घाटों पर पहुंचने लगे और बारी-बारी से नवरात्रि में स्थापित प्रतिमाओं का जयकारे के साथ विसर्जन किया।
गोमती तट स्थित झूलेलाल घाट पर विसर्जन के लिए कुल 5 अस्थाई कुंड बनाये गए हैं। विजयदशमी के दिन लोग पूरे विधि-विधान से विदा करके अपनी मूर्तियों को लेकर झूलेलाल घाट पर पहुंचे। यहां बड़ी प्रतिमाओं के लिए एक बड़ा कुंड और छोटी प्रतिमाओं के लिए 4 छोटे छोटे कुंड बनाये गए है। विसर्जन के दौरान बड़ी प्रतिमाओं को हाइड्रा की मदद से उठाकर कुंड में प्रवाहित किया गया। वहीं छोटी प्रतिमाओं को लोगों ने हाथ से कुंड में प्रवाहित कर विसर्जन किया।

बता दें कि मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ पहुंचे श्रद्धालुओं ने विसर्जन से पहले मां दुर्गा की आरती उतारी और ढोल नगाड़ों के साथ देवी गीत पर जमकर ठुमके लगाए। इसके बाद माता रानी के जयकारों के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया। इस मौके पर भक्तों ने कहा कि नौ दिनों तक माता रानी की पूजा-अर्चना करने के बाद आज देवी मां को विदा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मां को विदा करते हुए उन्हें काफी दुःख हो रहा है और आज से घर में उनके बिना सुना-सुना लगेगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मां को विदा करते हुए सुख और समृद्धि की कामना करते है।
