रुद्रपुर: यूपी-उत्तराखंड तक फैला था जीएसटी चोरी गिरोह के सरगना शाहनवाज का नेटवर्क
रुद्रपुर, अमृत विचार। 18 करोड़ की जीएसटी चोरी करवाने के गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के बाद अब जीएसटी एसटीएफ ने पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। प्रारंभिक तफ्तीश में पता चला है कि सरगना शाहनवाज हुसैन ने उत्तराखंड के अलावा यूपी भी अपना नेटवर्क खड़ा कर दिया था।
जो कारोबारियों को फर्जी जीएसटी के बिल व अन्य दस्तावेज मुहैया करवाकर राजस्व चोरी करवाता था। जीएसटी एसटीएफ की रडार पर अभी तमाम कारोबारी व नेटवर्क से जुड़े लोग हैं। इसके अलावा सैकड़ों फर्म स्वामी ऐसे हो सकते हैं, जिन्होंने फर्जी दस्तावेज लगाकर जीएसटी चोरी की है। जिसको लेकर राज्य कर विभाग ने बारीकी से तफ्तीश शुरू कर दी है और दावा किया है कि अभी फर्जीवाड़े गिरोह में कई गिरफ्तारियां हो सकती है।
बताते चलें कि चार अप्रैल 2023 को राज्य कर विभाग की टीम ने जसपुर इलाके में लकड़ी कारोबारियों के यहां छापामार कार्रवाई की थी। जिसमें 100 करोड़ के टर्नओवर पर 18 करोड़ की जीएसटी चोरी किए जाने का मामला प्रकाश में आया था और जब संयुक्त टीम ने तफ्तीश शुरू की।
पाया कि जीएसटी चोरी करवाने वाला कोई नहीं, बल्कि जसपुर निवासी शाहनवाज हुसैन है। जो अपने नेटवर्क के साथ मिलकर कारोबारियों को फर्जी जीएसटी बिल सहित तमाम दस्तावेज मुहैया कराता था। नाम प्रकाश में आने के बाद से ही मुख्य सरगना फरार हो गया था और रविवार को एसटीएफ के डिप्टी कमिश्नर रजनी यशवस्थी के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने मुख्य आरोपी शाहनवाज को जसपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया था।
राज्य कर विभाग की तफ्तीश में यह भी सामने आया है कि सितंबर माह वर्ष 2021 को जसपुर आकर अपना नेटवर्क खड़ा करने से पहले शाहनवाज ने यूपी के कई जगहों पर अपना नेटवर्क फैला रखा है। नेटवर्क से जुड़े सभी सक्रिय सदस्य उसकी बिरादरी के है और मुरादाबाद के समीप स्थित जोया इलाके से ताल्लुक रखते है। पुख्ता इनपुट मिलने के बाद अब संयुक्त टीम ने अपनी तफ्तीश को शुरू कर दिया है।
आशंका जताई है कि जसपुर इलाके में ही 50 से अधिक कारोबारी ऐसे हो सकते है। जिनके द्वारा किसी न किसी तरीके से नेटवर्क से संपर्क कर जीएसटी चोरी में दस्तावेज लगाएं होगे। इसके अलावा सरगना के नेटवर्क में भी कई लोग शामिल है। जिनकी अभी गिरफ्तारियां होनी बाकी है। वहीं यूपी-उत्तराखंड तक सैकड़ों ऐसे फर्मे है। जिनकी पड़ताल करनी अभी बाकी है। इसको लेकर एसटीएफ डिप्टी कमिश्नर रजनीश अवस्थी ने मंथन करना शुरू कर दिया है,क्योकि डिप्टी कमिश्नर ने की टीम ही अब जीएसटी चोरी करने वाले गिरोह की तफ्तीश करेगी।
मुख्य सरगना शाहनवाज काट चुका है तीन साल की सजा
रुद्रपुर। करोड़ों की जीएसटी चोरी करवाने वाला मुख्य सरगना शाहनवाज हुसैन जसपुर आने से पहले मुरादाबाद के जोया में रहता था और वहीं से उसने व्यापार कर वैट के वक्त से ही कर चोरी का धंधा शुरू कर चुका है। मगर कुछ समय बाद कर चोरी में पकड़े जाने के बाद मुख्य आरोपी को अदालत ने तीन साल की सजा सुनाई थी। तीन साल की सजा काटने के बाद मुख्य आरोपी वर्ष 2021 में अपने नेटवर्क के साथ जसपुर आ गया था और उसने जीएसटी चोरी करवाना शुरू कर दिया था। बताया जा रहा है कि नेटवर्क से जुडा हर शख्स जोया का रहने वाला है। जिसकी तस्दीक राज्य कर विभाग की टीम कर चुकी है।
जीएसटी चोरी करने का प्रकरण बेहद गंभीर है। यही कारण है कि चोरी करवाने वाले गिरोह के सरगना को जीएसटी विभाग ने सबसे पहले गिरफ्तार किया है। अब विभाग की तफ्तीश उस दिशा में रहेगी कि जीएसटी के फर्जी दस्तावेज लगाकर किस-किस ने दस्तावेजों का प्रयोग किया है। इसके अलावा अभी सरगना की गिरफ्तारी के बाद अभी ने टवर्क से जुडे कई लोगों की गिरफ्तारी होने बाकी है। जिनकी भूमिका की तफ्तीश की जा रही है। जल्द ही जांच पूर्ण होने के बाद जीएसटी चोरी की पुष्टित राशि का आंकलन किया जाएंगा।
रजनीश यशअवस्थी,डिप्टी कमिश्नर एसटीएफ जीएसटी
