अयोध्या: गर्भगृह पर ही भक्तों को होंगे ब्रह्मा विष्णु महेश के दर्शन, मुख्यद्वार पर दिखाई देंगे गणेशजी और हनुमानजी

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
On

अयोध्या। राम मंदिर में रामलला के दर्शन के पहले भक्तों को गर्भगृह पर आते ही ब्रह्मा, विष्णु व महेश के एक साथ दर्शन होंगे। गर्भगृह के मुख्य द्वार पर लेटे हुए अवस्था में विष्णुजी, नभ से निकले ब्रह्मा व बगल में शिव जी की मूर्ति व भुतल पर लगे 166 खंभों पर देवी-देवताओं और नृत्यांगनाओं की मूर्तियों को तराशा जा रहा है। गर्भगृह के मुख्य द्वार पर लगे मकराना मार्बल के पत्थरों पर गणेशजी व हनुमानजी के साथ शंख, चक्र, गदा व पुष्प की आकृति को उकेरा जा रहा है।

मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में पहले दिन शनिवार को निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने जन्मभूमि पथ के साथ मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी ली। ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि मंदिर निर्माण का काम  दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया है। फिनिसिंग का कार्य भी समय से पूरा हो जाएगा।

परकोटे का मुख्य द्वार भी लगभग पूरा होने के करीब है। जन्मभूमि परिसर में स्थित कुबेर टीला को विकसित कर यहां जटायु की प्रतिमा लगाई जा रही है। शिव की प्रतिमा का भी जीर्णोद्धार कराया जा रहा है, लेकिन यहां कुछ ही लोग जा सकेंगे।

उन्होंने बताया कि जनवरी माह में मकर संक्रांति तक राम मंदिर और परिसर सज धज कर तैयार हो जाएगा। देशभर के राम भक्तों के लिए प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न होने के साथ दर्शन के लिए प्रारंभ होगा। उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि पथ पर यात्री सुविधाओं के साथ कीनोपी लगाई जाने का कार्य भी तेज गति से किया जा रहा है।

आज मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्र ने सुबह 9 बजे जन्मभूमि पाठ का निरीक्षण किया।निर्माण कार्य से जुड़े राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों ने बताया कि बेसमेंट का कार्य अगले 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद कैनेपी के इंस्ट्रूमेंट को लगाए जाने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।

यह भी पढ़ें: प्रयागराज: एसआरएन अस्पताल में गर्भवती महिला को डॉक्टरों ने पीटा, हड़कंप

संबंधित समाचार