Sri Lanka: श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति Gotabaya Rajapaksa को बड़ी राहत, हटाए गए भ्रष्टाचार के आरोप

Sri Lanka: श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति Gotabaya Rajapaksa को बड़ी राहत, हटाए गए भ्रष्टाचार के आरोप

कोलंबो। श्रीलंका के भ्रष्टाचार-निरोधक आयोग ने सबूतों की कमी का हवाला देते हुए पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ वह मामला हटा दिया है, जिसमें गत वर्ष जुलाई में राष्ट्रपति भवन से एक करोड़ 70 लाख रुपये से अधिक नगद राशि पाई गई थी। रिश्वत या भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने वाले आयोग (सीआईएबीओसी) ने बुधवार को कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा कि सबूतों की कमी के कारण 74-वर्षीय राजपक्षे के खिलाफ आगे कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। 

‘डेली मिरर’ ऑनलाइन की बृहस्पतिवार की रिपोर्ट के अनुसार, आयोग ने अदालत को सूचित किया कि मामले को आगे बढ़ाने के लिए अपर्याप्त सबूतों के कारण इस घटना के संबंध में आगे की कानूनी कार्यवाही नहीं की जाएगी। पिछले साल राजपक्षे के खिलाफ हुए विद्रोह के कारण नौ जुलाई, 2022 को फोर्ट कोलंबो स्थित राष्ट्रपति भवन से उनके भाग जाने के बाद, उनके इस आधिकारिक आवास से एक करोड़ 70 लाख रुपये से अधिक नकद राशि पाई गई थी। 

पिछले साल जुलाई में हजारों प्रदर्शनकारियों ने उनके इस्तीफे की मांग करते हुए राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया था। सरकार- विरोधी प्रदर्शनकारियों ने 1.78 करोड़ रुपये से अधिक नकदी बरामद की और इसे कोलंबो फोर्ट पुलिस को सौंप दिया था। पूर्व राष्ट्रपति पिछले साल 13 जुलाई को श्रीलंका से भागकर मालदीव चले गए थे।

 वहां से, वह सिंगापुर गए और वहीं से उन्होंने 14 जुलाई को अपना इस्तीफा भेज दिया, जिससे रानिल विक्रमसिंघे के लिए राष्ट्रपति पद की बागडोर संभालने का मार्ग प्रशस्त हो गया। बाद में, राजपक्षे ने थाईलैंड के लिए उड़ान भरी और वह दो सितंबर, 2022 को श्रीलंका लौट आए। शक्तिशाली राजपक्षे परिवार का श्रीलंका की राजनीति पर दो दशकों से अधिक समय से दबदबा रहा है। 

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