रामपुर : अब्दुल्ला ने एक विदेश यात्रा तो दूसरा चुनाव लड़ने के लिए बनवाया था प्रमाण पत्र

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Published By Bhawna
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बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने आजम खां और उनकी पत्नी का वृद्ध अवस्था का दिया था हवाला

रामपुर,अमृत विचार। दो जन्मप्रमाण पत्र मामले में अभियोजन ने कोर्ट में तर्क दिया कि अब्दुल्ला आजम खां ने निजी स्वार्थ के लिए कूट रचना, सुनियोजित षडयंत्र रचकर दो प्रमाण पत्र जारी करवाए। जिसमें एक प्रमाण पत्र 18 जून 2012 को रामपुर नगर पालिका से बनवाया गया, जबकि दूसरा 21 जनवरी जनवरी 2015 को लखनऊ नगर निगम से जारी किए गए थे। 

पासपोर्ट आदि में गलत उपयोग कर विदेश यात्राएं की। इसके अलावा दूसरे जन्मप्रमाण पत्र से सरकारी दस्तावेज जैसे कि पैनकार्ड, पासपोर्ट एवं जौहर विवि की मान्याताओं तथा चुनाव लड़ने के लिए योग्य बनाने के लिए उपयोग किया गया। जिसमें अधिकतम आजीवन कारावास की सजा है। जबकि बचाव पक्ष ने कहा कि आजम खां और डा. तजीन फात्मा वृद्ध अवस्था में हैं। जिसमें दोनों को अधिकतम कारावास से दंडित किए जाने का कोई औचित्य नहीं है। बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने सुप्रीम कोर्ट के कई केसों का हवाला भी दिया। हालांकि अधिवक्ता ने यह भी कहा कि तजीन फात्मा बीमार है। 

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पुराने साथियों को देख अजहर खां उनके पास बैठे, सीओ सिटी ने हड़का कर हटवाया
रामपुर। पूर्व पालिका चेयरमैन अजहर खां को मुरादाबाद से रामपुर कोर्ट लाया गया। इस दौरान पुराने साथियों को देखकर अजहर खां वहां पर बैठे गए। मामले की जानकारी मिलने के बाद सीओ सिटी वहां पर पहुंच गए। उनको हड़काते हुए वहां से हटवाया गया। उसके बाद वह अपनी कोर्ट चले गए। पूर्व पालिका चेयरमैन अजहर खां पर काफी मुकदमे दर्ज हैं। वह आजम खां के करीबियों में माने जाते हैं। वह काफी समय तक फरार रहे थे। हालांकि कुछ समय पहले उन्होंने मुरादाबाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। जिसमें कुछ मुकदमो में सुनवाई रामपुर कोर्ट में चल रही है। बुधवार को उनको पुलिस कस्टडी में लाया गया था। जहां वह कोर्ट से गुजरे तो उनको पुराने साथी मिल गए। कुछ देर के लिए वह वहीं पर साथियों के साथ बैठ गए, तो मामले की जानकारी सीओ सिटी को दी गई। जिसके बाद सीओ ने उनको और पुलिसकर्मियों को काफी हड़काया। जिसके बाद वह अपनी कोर्ट में चले गए।

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