अमरोहा : बदमाशों ने धारदार हथियार से किए ताबड़तोड़ वार, रातभर तड़पते रहे तीनों...सुबह तक दो की मौत

Amrit Vichar Network
Published By Priya
On

सात-आठ हमलावरों ने देर रात सोते समय किया हमला

गजरौला (अमरोहा), अमृत विचार। फार्म हाउस में मालिक के बेटे व नौकर पर हत्यारोपियों ने अंतिम सांस तक फरसे से वार किए। हालांकि घायल हुए जीत ने शोर मचाया और साथियों को बचाने के लिए संघर्ष करने की कोशिश की। दोनों की हत्या करने वाले हत्यारोपी सात-आठ होने का दावा किया जा रहा है फिलहाल पुलिस ने घायल जीत के बयान दर्ज किए हैं। उसने बताया कि तीनों लोग पूरी रात तपड़ते रहे और सुबह तक अनिरुद्ध व रतनपाल ने दम तोड़ दिया।

 गढ़ मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र के नया गांव से करीब सात किमी दूर गांव गुलालपुर है। यहां दूसरे जिलों के कई लोगों के फार्म हाउस हैं, जो फार्म हाउस मिंटू का है, वह दिल्ली वालों के नाम से मशहूर है। फार्म हाउस के चारों ओर हजारों बीघा जमीन है। दूर-दूर तक कोई घर नहीं है। फार्म हाउस की पहली मंजिल पर एक कमरा व रसोई है, जबकि बराबर में टिनशेड है। 

दूसरी मंजिल पर भी एक कमरा है। सोमवार रात अनिरुद्ध टिनशेड में चारपाई सो रहा था। हत्यारों ने उसके सिर पर फरसे से कई वार किए। उसका सिर बुरी तरह कुचल दिया। खून की छींटे टिनशेड तक पहुंचीं। इस बीच रतनपाल की नींद खुल गई। वह शोर मचाता चारपाई से उठकर मौके की ओर भागा तो हत्यारोपियों ने उसे पर भी फरसे से वार किया। तीसरी चारपाई पर सो रहे जीत की नींद खुली तो आरोपियों ने उसे डंडों से पीटा और फरसे से वार किया। इससे जीत का एक हाथ टूट गया और हाथ की तीन उंगली कट गई। सिर में गहरी चोट लगी तो वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गया।

 इसके बाद हमलावर उसे मृत समझकर मौके से भाग निकले। पुलिस के मुताबिक, बदमाश बेखौफ होकर फार्म हाउस में पहुंचे। वहां तीनों बाहर सो रहे थे। ऐसे में हमलावरों ने सबसे पहले अनिरुद्ध पर धारदार हथियार से हमला किया। शोर सुनकर रतनपाल पर भी हमला किया। तीनों रातभर तड़पते रहे। सुबह होने तक दो की मौत हो गई, जबकि जीत को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस घटनाक्रम की कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए हत्यारोपियों तक पहुंचने की कोशिश में लगी है।

पूर्व विधायक के भाई का पौत्र था अनिरुद्ध
गजरौला। मेरठ की किठौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे भीम सिंह पांच भाई थे। सबसे बड़े भाई दिलेराम का बेटा मिंटू है। मिंटू का बेटा अनिरुद्ध है। अनिरुद्ध के परिवार के चाचा भी गांव के प्रधान हैं।

छह माह की मासूम के सिर से उठा पिता का साया
गजरौला। अनिरुद्ध की शादी चार साल पहले हुई थी। उसका हंसता खेलता परिवार है। छह माह पहले उसकी पत्नी मधु ने एक बेटी को जन्म दिया। परिवार वालों के मुताबिक, अनिरुद्ध घर में सबसे ज्यादा काम करता था। फसलों के लिए सारे खेत तैयार करवाने की जिम्मेदारी उसकी थी। मधु व अनिरुद्ध का साथ सिर्फ चार साल का ही रहा। अनिरुद्ध की मौत के बाद उसकी छह माह की बेटी के सिर से पिता का साया उठ गया है।

तीन एकड़ में है फार्म हाउस
गजरौला। जिस फार्म हाउस में हत्या हुई, वह गंगा किनारे खादर का इलाका है। 5000 बीघा जमीन है। इसमें अनिरुद्ध व रतनलाल भाटी समेत 10 लोगों की साझेदारी है। यह जमीन 1991 में पट्टे में मिली है। इस जमीन पर लगभग तीन एकड़ में फार्म हाउस और उसकी बाउंड्री है। फार्म हाउस में दो कमरे और बैठक है। चारों ओर जंगल है।

ये भी पढ़ें:- रामपुर : सभासद से मारपीट करने के मामले में टांडा पालिका अध्यक्ष पति समेत तीन पर रिपोर्ट दर्ज

संबंधित समाचार