रुद्रपुर: अनुमोदन के बाद नगर निगम बोर्ड बैठक में सभी 64 प्रस्ताव पास

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Published By Bhupesh Kanaujia
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रुद्रपुर, अमृत विचार। हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम की पिछली बोर्ड बैठक में पास हुए सभी 64 प्रस्तावों के लिए दोबारा अनुमोदन हुआ। इसमें सभी प्रस्ताव पास किये गये। इस दौरान 10 सालों से नजूल पर बसे लोगों से गृहकर लगाए जाने के प्रस्ताव को संशोधित करते हुए इसे सात वर्ष निर्धारित किया गया। साथ ही पार्षदों की मांग पर 15 किमी. हॉटमिक्स सड़कों का टेंडर जल्द निकलने पर भी सहमति बनी। वहीं कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने उनके वार्ड में विकास कार्य नहीं होने पर नाराजगी भी जतायी।

सोमवार को हाईकोर्ट के आदेश पर नगर निगम सभागार में बोर्ड बैठक आयोजित हुई। इस दौरान मेयर रामपाल सिंह ने बैठक प्रारंभ करने का निर्देश दिये। इसके बाद मुख्य नगर आयुक्त नरेश चंद्र दुर्गापाल ने एक के बाद एक प्रस्ताव अनुमोदन के लिए रखे गये। इस दौरान मुख्य नगर आयुक्त ने पिछली बोर्ड बैठक में पारित किये गये प्रस्तावों में नगर निगम रुद्रपुर के नवनिर्मित भवन के लिए आवश्यकतानुसार फर्नीचर क्रय करने, प्रकाश व्यवस्था, पंखे, एसी की व्यवस्था करने की स्वीकृति एवं उस पर होने आने वाले व्यय की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति पर विचार किया गया और प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ।

इसके अलावा मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुपालन में में वीरेन्द्र सिंह सांमती मार्ग का निर्माण किये जाने, ट्रांजिट कैम्प क्षेत्र में दान पात्र की भूमि पर गृहकर लगाने जाने समेत 64 प्रस्ताव रखे जिस पर सभी ने सर्वसम्मति से पास किये। वहीं पिछली बैठक के एक प्रस्ताव को संशोधित किया गया। पार्षद रमेश कालड़ा के सुझाव पर 10 सालों से नजूल पर बसे लोगों से गृहकर लगाए जाने के प्रस्ताव को संशोधित करते हुए इसे सात वर्ष निर्धारित किया गया। साथ ही पार्षदों की मांग पर 15 किमी हॉटमिक्स सड़कों का टेंडर जल्द निकलने पर भी सहमति बनी।

पूर्व सभासद के कोर्ट में जाने के बाद खारिज हुई थी बैठक

रुद्रपुर। मुख्य नगर आयुक्त ने बताया कि नगर निगम की पिछली बोर्ड बैठक 16 अगस्त 2023 को आयोजित हुई थी। इस बीच पूर्व सभासद रामबाबू ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कई आरोप लगाये और बैठक को खारिज करने की मांग की थी। मामले में हाईकोर्ट ने पूर्व बैठक को खारिज करते हुए दोबारा से मुख्य नगर आयुक्त की मौजूदगी में पूर्व के प्रस्तावों को अनुमोदन के लिए रखने के आदेश दिये थे। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में पुनः नगर निगम बोर्ड की बैठक बुलायी गयी थी। वहीं मेयर ने कहा कि पूर्व नगर आयुक्त को सायं के समय रिलीव किया गया था, जबकि बोर्ड बैठक दोपहर में हुई थी।  

बैठक में यह लोग रहे मौजूद

वरिष्ठ वित्त अधिकारी जुबक मोहन सक्सेना, सहायक नगर आयुक्त राजू नबियाल, प्रभारी अधिशासी अधिकारी सौरभ कुमार, सुरेश गौरी, राजेंद्र निषाद, विधान राय, सुशील मंडल, निमित्त शर्मा, प्रीती साना, निमित शर्मा, कैलाश राठौर, मोहन कुमार, किरण राठौर, बबीता बैरागी, सीमा गुप्ता, जितेंद्र यादव, प्रमोद शर्मा, मोहम्मद अशफाक, शालू पाल, सुनील कुमार, रजनी रावत, सुशील यादव, सुनीता मुंजाल, इलमा समरीन, मोहन खेड़ा, सुशील चौहान, अंबर सिंह, श्यामली विश्वास, रीना जग्गा, रंजीत सागर, बबलू सागर, रमेश कालरा, सुनील यादव, बलाई विश्वास, राजकुमार कोली, मयंक कक्कड़, सुनील यादव आदि उपस्थित रहे।

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