पशुओं को छुट्टा छोड़ने वाले 29 पशुपालकों पर दर्ज हुआ केस, डीएम के निर्देश पर पशु चिकित्साधिकारी ने पुलिस को भेजी तहरीर
टड़ियावां, हरदोई। छुट्टा छोड़े गए पशुओं की वजह से बर्बाद हो रही किसानों की फसलों के मामले में प्रशासन की तरफ से पशुओं को छुट्टा छोड़ने वाले पशु पालकों पर शिकंजा कसा जा रहा है। बीडीओ के आदेश और पशु चिकित्साधिकारी की तहरीर पर पुलिस ने 29 पशुपालकों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस सारे मामले की गहराई से छानबीन कर रही है।
बताया गया है कि टड़ियावां थाने के जैराजपुर के निवासी और भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रामलखन पाठक ने बीडीओ नरोत्तम कुमार को दिए प्रार्थना पर पत्र में शिकायत की थी कि उनके गांव के पशुपालकों ने अपने पशुओं को छुट्टा छोड़ दिया है। इस तरह की समस्या पर गंभीर हुए बीडीओ श्री कुमार ने अपने-अपने पशुओं को छुट्टा छोड़ने वाले पशुपालकों पर सख्त रवैया अपनाया है।
बीडीओ की तरफ से पुलिस को भेजे गए पत्र में बताया गया है, कि छुट्टा पशुओं की धमाचौकड़ी से गांव ही नहीं बल्कि आसपास के किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है। पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया है कि छुट्टा पशुओं को छोड़ देने से किसानों की फसलों पर काफी नुकसान पहुंच रहा है और गांव की गौशाला में क्षमता से अधिक पशुओं को संरक्षित करने का दबाव बनाया जा रहा है।
इस बारे में एसएचओ टड़ियावां अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बीडीओ के लिखित आदेश और पशु चिकित्साधिकारी की तहरीर पर ग्राम जयराजपुर के निवासी पशुपालक काबिल, इंस्पेक्टर, शिशुपाल, संतू गुप्ता, जोधी, मिलन, सोबरन, लाखन, भन्नू चौकीदार, बेचें, वीरेंद्र, सुंदर, दिनेश, अवधेश, रामकिशोर, देवीप्रसाद, नन्हे,आशाराम पाल, रेवती, रामलाल,सुरेश, अवधेश, रजनीश, महिपाल, प्रताप, सत्यराम, तौले,राजा और आज़ाद के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
एसएचओ श्री सिंह ने बताया कि जांच कर आगे की कार्यवाई शुरू की जाएगी। उधर बीडीओ नरोत्तम कुमार ने कहा है कि पशुपालक अपने-अपने पशुओं को छुट्टा बिल्कुल भी छोड़े और मनादी के बावजूद ऐसा करने वाले पशुपालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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