पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की प्रतिमा का हुआ अनावरण, बोले राजवीर सिंह- बाबूजी के दिल में बसते थे उन्नाव वासी

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Published By Deepak Mishra
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उन्नाव, अमृत विचार। शहर सीमा स्थित सैय्यद अब्बासपुर गांव में नान्हू बाबा समाधिस्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यपाल स्व. कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ की मूर्ति का अनावरण उनके बेटे व एटा के सांसद राजवीर सिंह और पौत्र व प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने किया। इस दौरान भावकता से भरकर उन्होंने व्यक्तित्व व कृतित्व का स्मरण करते हुए श्रीराम मंदिर आंदोलन से जुड़े संस्मरण सुनाने से स्वयं को रोक नहीं सके। 

संबोधन की शुरुआत में ही सांसद ने कहा कि बाबूजी ने राम मंदिर के लिए सत्ता छोड़ना स्वीकार किया था, क्योंकि उन्होंने जन्मभूमि अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण का सपना संजो रखा थे, जिसे वह हरहाल में साकार होते हुए देखना चाहते थे। भावुकता के बीच उन्होंने कहा कि अब शीघ्र बनकर तैयार होने वाले मंदिर को वह भौतिक शरीर के साथ भले न देख सकें, लेकिन पूरा विश्वास है कि सूक्ष्म शरीर (उनकी आत्मा) जरूर तैयार हो रही अयोध्या को देखकर संतुष्ट होगी।

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उन्होंने कहा कि बाबूजी का यह सपना वर्तमान मोदी-योगी नेतृत्व वाली सरकारों के बदौलत पूरा हो रहा है। हमारे दोनों पथ प्रदर्शक राम मंदिर निर्माण आंदोलन से जुड़े रहे हैं। अयोध्या सहित यूपी व देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे सृजन को देखकर पूरा विश्व प्रशंसा कर रहा है। उन्होंने फिर अपने पिता पर संबोधन केंद्रित करते हुए कहा कि वह राजनीति को केवल सत्ता उपयोग का साधन नहीं मानते थे।

वह मुख्यमंत्री सहित अन्य पदों पर रहते रहे अंतिम पायदान के लोगों को विकास की मुख्यधारा में शामिल कराने को प्रयासरत रहे। इसीलिए उनके न रहने के बाद भी उन्नाव सहित जगह-जगह लोग उनकी स्मृतियों को संजाए रखने को तत्पर हैं। वास्तव में यह उनके सामाजिक जीवन की सफलता और हमारे लिए प्रेरणा ग्रहण करने वाली गौरव की बात है। 

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि बाबूजी ने समाज को पहचान बनाने में कामयाबी प्रदान की। फख्र है कि शिक्षा सुधार संबंधी उनके द्वारा रखी गई नींव पर वर्तमान सरकार भव्य इमारत का निर्माण कराते हुए जहां छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करा रही है। वहीं नकल रहित परीक्षाएं करा युवाओं को उनकी योग्यता के आधार पर भविष्य निर्माण के अवसर उपलब्ध करा रही है। संचालन गिरजा शंकर ने किया।

इससे पहले सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि बाबूजी से उनकी काफी करीबी रही। जिद करके भी कई बार अपनी बातों को मनवा लिया करता था। वहीं कार्यक्रम के आयोजनकर्ता भाजपा पिछड़ा वर्ग के श्रीकृष्ण वर्मा का अपने दिवंगत नेता का स्मरण करते हुए गला भर आया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष अवधेश कटियार, सदर विधायक पंकज गुप्ता, श्रीकांत कटियार, अनिल सिंह, बंबालाल दिवाकर, डा. राजू, श्रीराम लोधी, पप्पू लोधी, गंगा प्रसाद वर्मा, किरन निषाद आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

शिक्षामित्रों ने दिया ज्ञापन 
शिक्षा राज्यमंत्री को शिक्षामित्रों के प्रतिनिधि मंडल ने समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया। जिसमें महंगाई तय कर पूरे साल का भत्ता देने, 62 साल की आयु तक 40 हजार रुपए मानदेय देने, महिला शिक्षामित्रों को ससुराल के पास स्थानांतरित करने की मांगे शामिल थीं। ज्ञापन देने वालों में शिक्षामित्र संघ के सुधाकर तिवारी, आनंद यादव, ज्ञान दीक्षित, कुलदीप शुक्ला, अजय प्रताप सिंह, सुनील व वीरेंद्र सिंह आदि थे। 

आयोजकों को मिला पीठ थपथपाने का मौका
आयोजन स्थल पर बुधवार को संत नान्हू बाबा का वार्षिक मेला भी था। मेला में हर साल पूरे जिले सहित बाहर से भी लोग संत को माथा नवाने पहुंचते हैं। इसीलिए कार्यक्रम स्थल पर सुबह से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया। मुख्य अतिथि निर्धारित कार्यक्रम से काफी विलंब से करीब ढाई बजे आयोजन स्थल पहुंचे, तब मेला अपने चरम पर पहुंच चुके थे। इस तरह आयोजकों को भीड़ जुटाने के लिए बहुत अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी। हालांकि राक्रांपा के जिलाध्यक्ष रहते साथ रहने वाले कई चेहरे कार्यक्रम स्थल पर नहीं दिखाई दिए।

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