बरेली: चीनी मिलें नहीं अब समितियां करेंगी गन्ना मूल्य का भुगतान
बरेली, अमृत विचार। नए पेराई सत्र से गन्ना किसानों को भुगतान समितियां करेंगी। अब चीनी मिलें भुगतान नहीं करेंगी। किसानों के भुगतान में देरी के चलते यह निर्णय लिया गया है। अपर गन्ना आयुक्त ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में अधिकारियों को इसके निर्देश दिए हैं।
अभी तक चीनी मिलों से किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान होता था। नए पेराई सत्र में जिले में गन्ना किसानों के लिए भुगतान की नई व्यवस्था शुरू की जाएगी। इसमें किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान समितियों के माध्यम से होगा। विभागीय अफसरों ने इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिले में पांच चीनी मिलें संचालित हैं। इनमें फरीदपुर की द्वारिकेश, मीरगंज की धामपुर बायो ऑर्गेनिक्स, नवाबगंज की ओसवाल, सेमीखेड़ा की सहकारी और बहेड़ी की केसर चीनी मिल है।
अपर गन्ना आयुक्त समितियां डॉ. वीवी सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में समीक्षा कर जिला गन्ना अधिकारी से बिंदुवार जानकारी हासिल की। जिला गन्ना अधिकारी यशपाल सिंह ने बताया कि जिले में सात समितियां हैं। इनमें बरेली, फरीदपुर, मीरगंज, नवाबगंज, भोजीपुरा, बहेड़ी और भुड़िया अमरिया हैं। सभी समितियों पर किसानों के डाटा फीडिंग का कार्य चल रहा है। शासन से लगातार तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। चीनी मिलें अब गन्ने का भुगतान किसानों को करने के बजाय समिति को करेंगी। समिति से भुगतान किसानों के बैंक खातों में भेजा जाएगा।
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