काशीपुर: देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ मिलकर कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देगा आईआईएम

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Published By Bhupesh Kanaujia
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काशीपुर, अमृत विचार। कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए आईआईएम ने नई पहल शुरू की है। देशभर के दस उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ मिलकर एक संगठन बनाया गया है। संगठन कृषि क्षेत्र में एक कॉमन नॉलेज पुल की स्थापना करेगा। जिसमें कृषि के क्षेत्र में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कृषि संबंधित जानकारियां, प्रशिक्षण व प्रचार-प्रसार की बारीकियों से अवगत कराएगा। जिसके लिए डाटा बेस बनाया जाएगा।  

कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (फीड) द्वारा आईआईएम में दो दिवसीय एग्रीकल्चरल कंसोर्टियम ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट्स नामक दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मंगलवार को दूसरे दिन आयोजित प्रेस वार्ता में आईआईएम के डायरेक्टर डॉ. कुलभूषण बलूनी और फीड के इंचार्ज सफल बत्रा ने बताया कि संगोष्ठी में आए दस उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ मिलकर एक संगठन का गठन किया गया।

जिसमें कृषि संबंधित स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर संस्थान स्टार्टअप को सहयोग कर रहा है। लेकिन राज्य के स्टार्टअप राज्य से बाहर कैसे बेहतर प्रदर्शन कर सकें इसको लेकर आईआईएम अन्य संस्थानों के साथ मिलकर स्टार्टअप शुरू करने वालों को सहयोग प्रदान करेगा। साथ ही इस संगठन में शामिल संस्थानों के एक्सपर्ट जानकारियां साझा करेंगे। वहीं नए स्टार्टअप को जोड़ने के लिए बनाए गए संगठन के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाएगा। इसके अलावा संगठन को प्राप्त सबसे बेहतर प्रस्तावों को स्टार्टअप में बदलने के लिए आईआईएम आर्थिक व तकनीकी मदद उपलब्ध कराएगा।

दस स्टार्टअप को मिली एक करोड़ छह लाख की धनराशि

काशीपुर। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र के 10 स्टार्टअप के लिए 1 करोड़ छह लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की है। आईआईएम के फीड इंचार्ज सफल बत्रा ने बताया कि संगठन इन दस स्टार्टअप के साथ मिलकर उत्तराखंड में कृषि के साथ-साथ पशुपालन, मछली पालन और फलों उत्पादन आदि क्षेत्रों में काम करेगा। इसमें प्राप्त प्रस्तावों पर नए स्टार्टअप को बढ़ावा देगा।

वहीं आईआईएम डायरेक्टर डॉ. कुलभूषण बलूनी ने बताया कि छह साल में आईआईएम 56 स्टार्टअप को सहयोग कर चुका है। जिसमें इन स्टार्टअप को शुरू करने के लिए 300 करोड़ रुपए भारत सरकार के सहयोग से प्रदान किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन स्टार्टअप से 50 लाख फार्मस को लाभ मिल रहा है साथ ही एक हजार से अधिक रोजगार मिला है।   

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