रुद्रपुर: राइस मिलर्स ने किया धान खरीद नीति का विरोध

रुद्रपुर: राइस मिलर्स ने किया धान खरीद नीति का विरोध

रुद्रपुर, अमृत विचार। उत्तराखंड राइस मिलर्स एसोसिएशन पदाधिकारियों की एक बैठक आयोजित हुई। इसमें पदाधिकारियों ने सरकार की धान खरीद नीति का विरोध किया। उन्होंने कहा कि जब तक विगत वर्ष का 300 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं होता तब तक कच्चा आढ़ती पंजीकरण नहीं कराएंगे और न ही धान की खरीद करेंगे। उन्होंने भुगतान की तिथि 30 सितंबर तय की है।

सोमवार को उत्तराखंड राइस मिलर्स एसोसिएशन पदाधिकारियों ने यह निर्णय एक बैठक के दौरान लिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष पीडी अग्रवाल ने कहा कि धान क्रय नीति में यह स्पष्ट है कि सरकार कच्चा आढ़तियों का भुगतान 15 से 30 दिन के भीतर करेगी, जबकि कच्चा आढ़ती किसानों को धान खरीदने के 72 घंटे के अंदर भुगतान करते हैं।

उन्होंने कहा कि विगत दो वर्षों से क्रय नीति में बदलाव किया गया है। पहले चावल का पैसा सरकार एक माह में दे देती थी, लेकिन अब कहा जाता है कि चावल उतारने के बाद कच्चा आढ़तियों का भुगतान किया जाएगा। इसलिए वे नई व्यवस्था का भी विरोध करते हैं और पूर्व की व्यवस्था को लागू करने की मांग करते हैं।

उन्होंने कहा कि इस नीति से कच्चा आढ़तियों का पैसा एक वर्ष तक फंसा रहता है। इसलिए पुरानी व्यवस्था को लागू किया जाए और नई क्रय नीति में बदलाव किया जाए। महामंत्री नरेश कंसल ने कहा कि फोर्टिफाइड चावल राइस मिलर्स द्वारा सरकार की बताई कंपनियों से खरीदा जाता है जो कि लैब से पास होता है। बावजूद सरकार चट्टे फेल कर देती है। सरकार तीन लैबों में टेस्ट कराती है और तीनों के रजिल्ट भी अलग-अलग होते हैं। चट्टा फेल होने पर सरकार उसे उठाने का दबाव बनाती है। उनकी मांग है कि एक बार चट्टा पास होने के बार मिलर्स की कोई जिम्मेदारी नहीं होनी चाहिए। मांग नहीं मानी जाने पर वे सरकारी काम नहीं करेंगे।

23 साल में सरकार के पास एक भी गोदाम नहीं

रुद्रपुर। उत्तराखंड राइस मिलर्स एसोसिएशन पदाधिकारियों ने कहा कि उत्तराखंड बने हुए 23 साल बीत गये हैं, लेकिन सरकार के पास नया ऐसा गोदाम नहीं है। जहां वे राइस मिलर्स का चावल उतार सके। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो प्राइवेट गोदाम लेकर या जहां मर्जी हो वहां चावल उतार सकती है, लेकिन उनका भुगतान एक माह के भीतर करे। तभी राइस मिलर्स अपना पंजीकरण कराएंगे।

बैठक में यह लोग रहे मौजूद-

एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष पंकज बांगा, उपाध्यक्ष रमेश गर्ग, मंत्री उमेश अग्रवाल, राजीव अग्रवाल, श्याम गर्ग, जितेंद्र सिंगल, आशीष जैन, सौरभ सिंगल, शुभम अग्रवाल, सुनील अग्रवाल, अनिल भुसरी, हिमांशु अरोरा, मनोज कम्बोज, कुलदीप कहलो आदि।