रुद्रपुर: नये खाद्य पदार्थों के उत्पादन के लिए मिलेगी 30 प्रतिशत की सब्सिडी
रुद्रपुर, अमृत विचार। प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (पीएमएफएमई) के लीड प्रोजेक्ट मैनेजर रमेश ठाकुर ने कहा कि उत्तराखंड में सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने के लिए पीएमएफएमई योजना के तहत नये खाद्य पदार्थों का उत्पादन कर सकता है। इसमें जैम, जैली, पापड़, जूस, बेकरी उत्पाद, दुग्ध उत्पाद, डिब्बाबंद उत्पाद, आटा-चावल चक्की आदि की इकाई शामिल है।
शुक्रवार को विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में पीएमएफएमई के लीड प्रोजेक्ट मैनेजर ठाकुर ने कहा कि इन इकाईयों को स्थापित करने के लिए आवेदक को सरकार 10 लाख रुपये तक का लोन देती है। इसमें 35 प्रतिशत तक की राजसहायता भी देती है। इसमें लाभार्थियों का न्यूनतम 10 प्रतिशत का मार्जिन मनी के रूप में योगदान देना होगा। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ निजी उद्यमी, सहकारिता समूह और पूर्व में इस क्षेत्र में कार्य कर रहे उद्यमियों को मिलेगा।
उन्होंने योजना के आवेदन प्राप्त करने से लेकर बैंक की ओर से ऋण स्वीकृत की प्रक्रिया से संबंधित जानकारी लाभार्थियों को दी गयी। इसके अलावा लाभार्थियों को उनके उत्पाद की ब्रांडिंग और मार्केटिंग से संबंधित जानकारी दी गयी। उन्होंने जिला रिसोर्स पर्सन को अधिक से अधिक लाभार्थियों के आवेदन भरने के लिए प्रेरित किया गया। मुख्य उद्यान अधिकारी भावना जोशी ने रिसोर्स पर्सन को बैंकों से समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक आवेदन भरने और जिला नोडल अधिकारियों को समय-समय पर योजना की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये।
बैठक में यह लोग रहे मौजूद
रंजीत कौर, भूपाल सिंह, रुचि मलिक, नवी अग्रवाल, करमजीत सिंह, गोविंद सिंह पांगती, नेहा भट्ट, हैदर अली, रानी देवी, सौरभ गौतम, संदीप राजन, संजय कश्यप, मुकेश, अनिल जोशी, अवतार सिंह बिष्ट, अजय कुमार मंडल, गौतम, आशीष कुमार, सचिन कुमार, रीता वर्मा, पायल साह, हीरा सिंह, शिल्पी आदि उपस्थित रहे।
