हल्द्वानी: प्रशासनिक अधिकारी बढ़ाता रहा अपना वेतन, करीब 20 लाख की हेराफेरी का अनुमान

हल्द्वानी, अमृत विचार। जिले में शिक्षा विभाग में कार्यरत एक प्रशासनिक अधिकारी बीते कई साल से अपना वेतन हर माह बढ़ाता रहा पर विभाग को इस घपले की भनक तक नहीं लगी। प्रधानाचार्य ने यह मामला पकड़ा तो विभाग जांच करने लगा। खास बात यह रही यह अधिकारी बेसिक शिक्षा से इस घपले को अंजाम देता आ रहा है। सूत्रों की मानें तो विभाग इस मामले को रफा-दफा करने में भी जुटा है। बताया जा रहा है अभी तक इस अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
दरअसल जिले के संत सोमवारी जीआईसी पदमपुरी के पूर्व प्रधानाचार्य बलवंत सिंह मनराल ने इस मामले से पर्दा उठाते हुए बताया कि पदमपुरी इंटर कालेज में आरोपित प्रशासनिक अधिकारी के पद पर विजय जोशी जुलाई 2022 में आया। उसने एरियर पे से हर महीने अपना वेतनमान बढ़ाने का काम शुरू कर दिया। उन्होंने बताया उन्हें इसकी भनक इसी साल फरवरी में लगी। उनके द्वारा विजय जोशी से लिखित में तीन बार स्पष्टीकरण मांगा।
वहीं उसका वेतन रोकने के निर्देश दिए। तब उसने लिखित में माफीनामा मांग बकाया भुगतान जमा करने की बात कबूली। वहीं प्रधानाचार्य द्वारा इस घपले की जानकारी बीईओ कार्यालय को दी। खण्ड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट ने जांच की तो उन्हें भी एरियर पे भुगतान में घपला लगा। वित्तीय जानकारी के अभाव में उन्होंने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की मांग की। जिस पर जिले की तरफ से एक टीम गठित कर वित्तीय अधिकारी के नेतृत्व में जांच शुरू कर दी गई है ।
बताया जा रहा है कि विजय जोशी सबसे पहले बेसिक शिक्षा कार्यालय नैनीताल में कार्यरत था। जहां उसने 2007-08 में कार्य किया। तत्पश्चात उसका स्थानांतरण धारी विकासखंड के चौरलेख में हुआ। उसके बाद राजकीय इंटर कॉलेज नथुवाखान फिर जीआईसी पदमपुरी हुआ। पदमपुरी में यह मामला पकड़े जाने पर उसने अपना अल्मोड़ा जिले में पारस्परिक स्थानांतरण करा लिया। तब से वह अल्मोड़ा में कार्यरत है। सूत्रों का कहना है यह कई समय से इस कार्य को अंजाम देता आ रहा है। यह पूरा खेल ऑनलाइन चलता है।
खास बात यह है कि अभी तक विभाग में इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, सूत्रों की मानें तो करीब 15 से 20 लाख का घोटाला यह अधिकारी कर चुका है फिलहाल जांच के बाद ही घोटाले की असली तस्वीर सामने आएगी।
यह घोटाला पकड़ में आया है , प्रशासनिक अधिकारी जोशी को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया, जिसपर उसने माफीनामा मांग घोटाले के पैसे भरने की बात कही। वहीं उसका वेतन रोका गया। जांच के लिये उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
- बलवंत सिंह मनराल, निवर्तमान प्रधानाचार्य पदमपुरी(नैनीताल)
जीआईसी पदमपुरी के प्रधानाचार्य के पत्र के अनुसार जांच की गई जिसमें प्रथम दृष्टया एरियर पे से वेतनमान बढ़ाये जाना प्रतीत हो रहा है। जिस पर उच्चाधिकारियों को पत्र के माध्यम से सक्षम वित्तीय अधिकारी से जांच कराने की मांग की गई। वर्तमान में वित्तीय अधिकारी नैनीताल के नेतृत्व में जांच चल रही है। जांच से तस्वीर साफ होगी कितना घपला है।
- अंशुल बिष्ट, खंड शिक्षा अधिकारी धारी(नैनीताल)